दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में आज छात्र संघ चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। पिछले कुछ महीनों में विश्वविद्यालय के अन्दर जिस तरह से राजनीतिक विवाद छिड़ा रहा है उसको देखते हुए ये चुनाव कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस बार विश्वविद्यालयों में करीब 35 उम्मीदवारों के चुनावी भविष्य का फैसला होना है। मतदान के मद्धेनज़र विश्वविद्यालयों के अधिकारियों ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है।
दिल्ली विश्वविद्यालय के चुनाव में मुख्य रूप से मुकाबला एनएसयूआई और आरएसएस एबीवीपी के बीच है। हालांकि वाम से जुड़ा छात्र संगठन आइसा भी इस बार अपनी स्थिति मजबूत बनाने के लिए प्रयासरत है। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के मुख्य चुनाव आयुक्त डी एस रावत ने कहा कि छात्र संघ के पदाधिकारियों के चार पदों के लिए कुल 17 उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं सात उम्मीदवार अध्यक्ष पद के लिए, जबकि उपाध्यक्ष पद के लिए चार उम्मीदवार मैदान में हैं।
विश्वविद्यालय के 51 कालेज में स्थापित किए गए 117 मतदान केंद्रों में मतदान दो चरणों में होगा। रावत ने कहा कि इस बार मतदाताओं की कुल संख्या 1,23,246 है जिसको देखते हुए मतदान के लिए कुल 300 ईवीएम का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नतीजे शनिवार को दोपहर बाद घोषित किया जाएगा।
वहीं जेएनयू की बात करें तो इस बार सेंट्रल पैनल के लिए कुल 18 उम्मीदवार और काउंसलर पद के लिए 79 उम्मीदवार मैदान में उतरें हैं। जेएनयू छात्र संघ चुनाव के लिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त इशिता माना ने बताया कि इस बार जेएनयू में मतदाताओं की संख्या करीब 8600 है। भाकपा से जुड़ा एआईएसएफ इस बार चुनाव नहीं लड़ रहा है। आपको बता दें कि कन्हैया कुमार इसी संगठन के सदस्य हैं।
Source : News Nation Bureau