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जेएनयू छात्र खुदकुशी मामला: रजनी का हुआ पोस्टमार्टम, लोकसभा में उठा मुद्दा

जेएनयू के छात्र कृष रजनी की कथित आत्महत्या के बाद बुधवार को पोस्टमार्टम किया गया। छात्र आत्महत्या का मामला लोकसभा में भी गूंजा।

Updated on: 15 Mar 2017, 09:32 PM

नई दिल्ली:

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र जे. मुथुकृष्णन (कृष रजनी) की कथित आत्महत्या के बाद बुधवार को पोस्टमार्टम किया गया। छात्र आत्महत्या का मामला लोकसभा में भी गूंजा। 

एम्स के डॉक्टरों ने कहा, 'जेएनयू शोध छात्र की मौत सांस अवरूद्ध होने से हुई और उसके शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं मिला।' पांच सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने अपनी प्राथमिक रिपोर्ट में कहा है कि मौत फांसी लगने की वजह से हुई, उसके शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं है।

एम्स के फोरेंसिक विभाग के प्रमुख डॉ. सुधीर गुप्ता ने कहा, 'मृतक के चेहरे पर लार बहने के निशान हैं जो फांसी लगाने का पक्का निशान है। विसरा रासायनिक विश्लेषण के लिए सुरक्षित रख लिया गया है।'

उन्होंने कहा कि इस जेएनयू शोधछात्र के शव पर विशेष लेप लगाया गया। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी की गयी।

पुलिस ने कृष रजनी के परिजनों की शिकायत के बाद अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार रोकथाम अधिनियम के तहत अग्यात व्यक्तियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। कृष्णन के पिता ने सीबीआई जांच की मांग की है।

जेएनयू के निकट मुनिरका विहार में सोमवार की शाम कृष रजनी (25) को कमरे के पंखे से लटका पाया गया था। वह झेलम छात्रावास में रहता था।

लोकसभा में उठा मुद्दा
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के दलित छात्र जे. मुथुकृष्णन की कथित आत्महत्या का मामला लोकसभा में बुधवार को उठाया गया। सरकार ने मामले में सदन को जरूरी कार्रवाई का भरोसा दिलाया।

संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने मुथुकृष्णन के मौत पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, 'मौत से सभी दुखित हैं। एम्स में पोस्टमार्टम जांच की जा रही है।'

उन्होंने कहा, 'इसके बाद मौत की वजह का पता चलेगा। दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है और उचित कार्रवाई की जाएगी।'

सदन की बैठक शुरू होने के तुरंत बाद ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) सदस्यों ने इस मुद्दे को उठाना चाहा, लेकिन अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने मुद्दे को उठाने की इजाजत नहीं दी।

प्रश्नकाल के बाद जब महाजन ने एआईएडीएमके सदस्य वी. इलुमलाइ द्वारा स्थगन की नोटिस को अस्वीकार कर दिया तो एआईएडीएमके सदस्य अध्यक्ष के आसन के सामने जमा हो गए। सदस्य मामले को उठाने की इजाजत मांग रहे थे।

इलुमलाइ ने कहा कि दक्षिण भारतीय लोगों और दलित छात्रों को भेदभाव का सामना करना पड़ा है। उन्होंने दूसरे आत्महत्या मामलों और दलित छात्रों के खिलाफ भेदभाव का मामला भी उठाया जिसमें रोहित वेमुला का मामला भी शामिल था।

केरल से कांग्रेस सदस्य के. सुरेश ने मुथुकृष्णन की आत्महत्या पर दुख जताया और मामले में एक निष्पक्ष जांच की मांग की।

इससे पहले जे. मुथुकृष्णन के परिवार के सदस्यों ने उसकी मौत में साजिश की बात कही थी और मामले में जांच की मांग की थी। जेएनयू छात्र मुथुकृष्णन सोमवार को अपने दोस्त के कमरे में पंखे से लटका पाया गया था।

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(इनपुट IANS से भी)