जम्मू-कश्मीर में रविवार को ग्रामीणों ने दो आतंकियों को दबोच लिया. उनके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं, जिसमें 2 एके राइफल्स, पिस्टल, 7 गैंड ग्रेनेड और कई राउंड की गोलियां शामिल हैं. ग्रामीणों ने आतंकियों को पकड़ कर सुरक्षा बलों को सूचित कर दिया. ये दोनों ही आतंकी लश्कर के हैं और अमरनाथ यात्रा पर हमले की तैयारी कर रहे थे. इसके अलावा वो स्थानीय युवकों को डरा-धमका कर अपने साथ आतंकवाद में शामिल करना चाहते थे. अब जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने ग्रामीणों के लिए 5 लाख रुपये इनाम की घोषणा की है. वहीं, जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी ने भी ग्रामीणों के लिए 2 लाख के इनाम की घोषणा की है.
रियासी जिले में आतंकियों पर ग्रामीण पड़े भारी
जानकारी के मुताबिक, ये पूरा मामला जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले का है. जहां के तुकसान गांव में आतंकियों ने स्थानीय युवकों को अपने साथ भर्ती करने की कोशिश भी की. उन्होंने स्थानीय युवकों को गोली मार देने की भी धमकी दी. इस बीच ग्रामीणों ने आतंकियों को घेर लिया. हालांकि आतंकियों को अपने घिरने का अहसास काफी देर बाद हुआ, जब वो सो गए. लश्कर के आतंकियों के सोते समय ग्रामीणों ने उनके हथियार उनसे दूर कर लिये और सुरक्षा बलों को इनकी मौजूदगी की सूचना दे दी. इस बीच एक आतंकी की आंख खुल गई और वो भागने की कोशिश करने लगा तो ग्रामीणों ने उसे पकड़ कर बांध दिया. आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं. सुरक्षा बलों ने बताया कि इन आतंकियों की लंबे समय से तलाश थी. इन आतंकियों की पहचान लश्कर के दुर्दांत कमांडर तालिब हुसैन और फैजान अहमद डार के तौर पर हुई है. जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने ग्रामीणों के लिए 2 लाख रुपये इनाम की घोषणा की.
उप-राज्यपाल ने की 5 लाख के इनाम की घोषणा
जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने ग्रामीणों के लिए 5 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है.
लश्कर अपना रहा नई रणनीति
जम्मू-कश्मीर पुलिस के एडीजीपी मुकेश सिंह ने बताया कि रियासी जिले में पकड़े गए आतंकी लश्कर के राजौरी मॉड्यूल से जुड़े थे. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से लश्कर अपने आप को खड़ा करने की कोशिश कर रहा है. उसने चेनाब घाटी और राजौरी-पुंछ इलाके में कुछ पुराने साथियों को फिर से अपने साथ जोड़कर दो मॉड्यूल बनाए हैं. इसमें से पहला मॉड्यूल एक महीने पहले हुए उधमपुर धमाके में शामिल था, तो दूसरा मॉड्यूल राजौरी में 10 दिन पहले हुए धमाके मे शामिल था. तालिब हुसैन दूसरे मॉड्यूल से जुड़ा था. उसकी तलाश लगातार जारी थी. ऐसे में ग्रामीणों ने तालिब को पकड़कर सुरक्षा बलों की बड़ी मदद की है.
ग्रामीणों को आतंकियों ने मारने की दी थी धमकी
रियासी में आतंकियों को पकड़ने वालों में से एक युवक ने बताया कि मुझे मेरे भाई ने फोन कॉल करके कहा कि दो लोग आए हैं और वो मुझे मारना चाहते हैं. इसके तुरंत बाद मैं अपने भाइयों के साथ मौके पर पहुंचा, जहां दोनों आतंकी सुबह होने के इंतजार में सो गए थे. हमने दोनों के बैग ले लिये और हथियारों को हटा दिया. इस बीच एक आतंकी उठ गया और भागने की कोशिश करने लगा. जिसे हमने पकड़ लिया और रस्सी से बांध दिया. इस बीच हमने सुरक्षाबलों को सूचना दे दी.
HIGHLIGHTS
- रियासी जिले में ग्रामीणों ने दो आतंकियों को पकड़ा
- तालिब नाम के आतंकी की लंबे समय से थी तलाश
- 2 एके राइफल समेत भारी मात्रा में हथियार मिले