ट्रंप प्रशासन का यरुशलम को इज़राइल की राजधानी के तौर पर मान्यता दिये जाने पर भारत ने कहा है कि इस मसले पर उसके रुख में कोई बदलाव नहीं आया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने दशकों पुरानी अमेरिकी और अंतरराष्ट्रीय नीति के उलट यरुशलम को इज़रायल की राजधनी को तौर पर मान्यता दी है।
ट्रंप के इस ऐलान पर अरब नेताओं ने विरोध जताते हुए मध्य एशिया की शांति के लिए चुनौतीपूर्ण बताया है।
भारत ने ट्रंप के इस कदम पर अपना रुख साफ करते हुए कहा है, 'फिलिस्तीन पर भारत का रुख़ स्वतंत्र और उसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। ये हमारे अपने हित और दृष्टिकोण पर निर्भर करता है और किसी तीसरे देश के कारण निर्धारित नहीं होता।'
इस विवादित फैसले के बारे में ट्रंप ने अपने 2016 राष्ट्रपति चुनाव के दौरान वादा भी किया था, जिसका उनके समर्थकों ने स्वागत किया था।
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ट्रंप ने लाइव टीवी प्रसारण में यह बात कही। उन्होंने कहा, 'मैंने निर्धारित किया है कि यह समय यरुशलम को इज़राइल की राजधानी के तौर पर आधिकारिक पहचान मानने का है।'
साथ ही उन्होंने विदेश मंत्रालय को तत्काल यरुशलम में अमेरिकी दूतावास बनाने के भी निर्देश दिए।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'आज हम अंत में स्पष्ट रूप से स्वीकार करते हैं: यह यरुशलम इजरायल की राजधानी है। यह एक वास्तविकता को पहचानने से ज्यादा और कम कुछ नहीं है। यह करना सही बात है। इसे करना ही चाहिए था।'
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Source : News Nation Bureau