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NDA की अहम बैठक से पहले JDU का ऐलान, देश में मोदी पर बिहार में नीतीश ही होंगे गठबंधन का मुख्य चेहरा

2019 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का प्रमुख चेहरा होंगे लेकिन गठबंधन को नीतीश कुमार के काम को आगे कर ही बिहार में जनता से वोट मांगना पड़ेगा।

Updated on: 05 Jun 2018, 08:44 PM

highlights

  • सीटों की साझेदारी पर होने वाली NDA अहम बैठक से पहले जेडी-यू का अहम बयान
  • जेडी-यू ने कहा कि देश में मोदी लेकिन बिहार में नीतीश कुमार ही होंगे NDA का चेहरा

नई दिल्ली:

2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सीटों के बंटवारे को लेकर एनडीए (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन) की बैठक से पहले सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड (जेडी-यू) ने अहम ऐलान कर नीतीश कुमार को मुख्य चेहरा बनाने की घोषणा कर दी है।

जेडी-यू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का प्रमुख चेहरा होंगे लेकिन गठबंधन को नीतीश कुमार के काम को आगे कर ही बिहार में जनता से वोट मांगना पड़ेगा।

गुरुवार को दिल्ली में एनडीए की अहम बैठक होनी है, जिसमें 2019 के आम चुनाव के मद्देनजर एनडीए के सहयोगी दलों के साथ सीटों की साझेदारी को लेकर मंथन किया जाना है।

बैठक से पहले जेडी-यू की तरफ से बिहार में नीतीश कुमार के काम-काज के आधार पर चुनाव लड़े जाने की घोषणा के बाद कई तरह की अटकलें लगाई जाने लगी हैं।

जनता दल-यूनाइटेड (जेडी-यू) ने हालांकि साफ किया कि राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा।

पार्टी प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा, 'लेकिन जहां तक बिहार में जनता से वोट मांगने की बात है तो नीतीश कुमार का प्रदर्शन गठबंधन की चुनावी सफलता में निर्णायक भूमिका अदा करेगा।'

बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं और पिछले लोकसभा चुनाव में जेडी-यू महज दो सीटें जीत पाई थीं। पिछला लोकसभा चुनाव पार्टी ने अकेले ही लड़ा था।

इससे पहले एनडीए के एक अन्य सहयोगी दल लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के संसदीय बोर्ड के प्रमुख और सांसद चिराग पासवान ने कहा था इस बात को लेकर कोई भ्रम नहीं रहना चाहिए कि अगले लोकसभा चुनाव में कौन एनडीए का चेहरा होगा।

उन्होंने कहा कि एनडीए अगला चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही लड़ेगी।

पासवान ने कहा गठबंधन में सीटों की साझेदारी का मामला अहम है और यह ज्यादा बेहतर होगा कि इस बारे में पहले ही फैसला ले लिया जाए।

जेडी-यू ने कहा कि जब पार्टी को बिहार में ''बिग ब्रदर'' कहा जाता है तो इसका मतलब होता कि राज्य में उसके पास ज्यादा विधायक हैं और जब वह गठबंधन में बीजेपी के साथ चुनाव लड़ी थी तो उसे पार्टी के मुकाबले ज्यादा सीटें जीती थीं।

रविवार को जेडी-यू की उच्च-स्तरीय बैठक के बाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पवन वर्मा ने नीतीश कुमार को बिहार में एनडीए में बिहार का चेहरा बताया था। वर्मा के इस बयान ने कई अटकलों को हवा देने का काम किया।

उनके इस बयान को नीतीश कुमार की भविष्य की रणनीति के संकेत के तौर पर देखा गया था। गौरतलब है कि नीतीश कुमार को उनके समर्थक प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर देखते हैं।

नीतीश कुमार ने अगले लोकसभा चुनाव में बिहार में एनडीए के चेहरे के बारे में पूछे गए सवाल पर टिप्पणी करने से मना कर दिया था।

सीएम आवास पर इफ्तार के आयोजन के मौके पर कुमार ने कहा, 'यह विशेष मौका है और मैं सभी के चेहरे पर खुशी देखना चाहता हूं। आप कृपया किसी और चेहरे के बारे में मत पूछिए।'

इससे पहले उप-मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि राज्य में सत्ताधारी गठबंधन का चेहरा नीतीश कुमार होंगे और एनडीए उनके नाम और प्रधानमंत्री मोदी के काम पर वोट मांगेगी।

बिहार बीजेपी के पूर्व प्रेसिडेंट मंगल पांडेय नीतीश कुमार को बिहार में ''बड़ा भाई'' स्वीकार कर चुके हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि यह भी सच है कि नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार के बड़े भाई हैं।

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