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जेडीयू में नंबर दो की कुर्सी के लिए कौन दावेदार? चर्चा में ये तीन नाम

Bihar News: नीतीश कुमार हमेशा अपने फैसलों से चौंकाते रहे हैं. पिछले साल 27 दिसंबर को उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिया था तो बेहद करीबी माने जाने वाले आरसीपी सिंह को इस पद की जिम्मेदारी सौंपी थी.   

Updated on: 12 Jul 2021, 01:00 PM

highlights

  • राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह बने मोदी कैबिनेट में मंत्री
  • अगले एक महीने में पार्टी को मिल सकता है नया अध्यक्ष
  • पार्टी में तीन नामों पर हो रही है सबसे अधिक चर्चा

पटना:

मोदी कैबिनेट के विस्तार के बाद जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह को मंत्रीपद मिल गया है. ऐसे में अब पार्टी के अगले अध्यक्ष को लेकर मंथन शुरू हो गया है. लोगों के मन में सवाल है कि आखिर नीतिश कुमार के बाद पार्टी में नंबर दो कौन होगा. पार्टी में एक व्यक्ति एक पद का हवाला देते हुए आरसीपी सिंह के जल्द ही अध्यक्ष पद छोड़ने के संकेत हैं. ऐसे में संभावना है कि अगस्त के आखिर तक पार्टी को नया अध्यक्ष मिल जाए. जेडीयू में नंबर दो की कुर्सी के लिए तीन नामों पर सबसे अधिक चर्चा चल रहा है. आएये जानते हैं नीतिश कुमार के बाद कौन होगा पार्टी में नंबर दो का दावेदार...

उपेन्द्र कुशवाहा 
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रेस में उपेंद्र कुशवाहा सबसे आगे माने जा रहे हैं. जब से आरपीसी सिंह मंत्रीमंडल में शामिल हुए हैं उसके बाद से ही कुशवाहा खासे एक्टिव नजर आ रहे हैं.  उन्होंने नीतीश कुमार की तर्ज पर ही पश्चिम चंपारण के वाल्मीकि नगर से बिहार की यात्रा शुरू की है. आरएलएसपी के जेडीयू में वियल होने के बाद कुशवाहा को संसदीय बोर्ड का चेयरमैन भी बनाया गया. उपेन्द्र कुशवाहा को एमएलसी भी बनाया गया. हाल ही में उपेन्द्र कुशवाहा और पार्टी के वरिष्ठ नेता ललन सिंह के बीच बातचीत भी हुई थी. 

ललन सिंह  
नीतिश कुमार के बेहद करीबियों में शामिल ललन सिंह का नाम भी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में आगे चल रहा है. आरसीपी सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली तो एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि वह और ललन सिंह अलग नहीं है. उनके इस बयान के बाद से ही सवाल उठ रहे हैं कि क्या पार्टी ललन सिंह को कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपने जा रही है.  

अशोक चौधरी  
एक और नाम पार्टी के अध्यक्ष पद की रेस में आगे हैं. वह है बिहार सरकार में भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी का. उन्हें नीतीश कुमार का बेहद करीबी माना जाता है. पार्टी में उनके कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नीतीश कुमार ने अशोक चौधरी बिहार जेडीयू का कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया था. जेडीयू में आने से पहले अशोक चौधरी बिहार कांग्रेस के चार साल तक अध्यक्ष भी रहे थे.  

चौंका न दें सुशासन बाबू 
नीतीश कुमार अपने फैसलों को लेकर अक्सर चौंकाते आए हैं. उन्होंने पिछले साल 27 दिसंबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया था. तब उन्होंने अपने सबसे करीबी करीबी माने जाने वाले आरसीपी सिंह को इस पद की जिम्मेदारी सौंपी थी. अब आरसीपी सिंह केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री बन गए हैं तो देखना होगा कि क्या फिर से नीतीश कुमार कोई चौंकाने वाला फैसला लेंगे?