बिहार में महागठबंधन टूटने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने से जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के वरिष्ठ नेता शरद यादव काफी नाराज हैं। शरद ने जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के कदम को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने कहा, 'बिहार में जो फैसला लिया गया, मैं इससे सहमत नहीं हूं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। जनता ने इसके लिए बहुमत नहीं दिया था।'
शरद यादव ने अबतक नीतीश कुमार के फैसले के खिलाफ खुलकर बयानबाजी नहीं की थी। हालांकि वह नाराजगी जताते हुए बिहार में आयोजित पार्टी की सभी गतिविधियों से दूरी बना रखी है।
बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद शरद यादव ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी। साथ ही उन्होंने नीतीश के फैसले से नाराज पार्टी नेताओं की बैठक की।
वहीं राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू यादव ने भी शरद यादव से साथ आने की अपील की है। लालू ने ट्वीट कर कहा था, 'हमने और शरद यादव जी ने साथ लाठी खाई है, संघर्ष किया है। आज देश को फिर संघर्ष की ज़रूरत है। शोषित और उत्पीडित वर्गों के लिए हमें लड़ना होगा।'
उन्होंने कहा, 'गरीब,वंचित और किसान को संकट/आपदा से निकालने के लिये हम नया आंदोलन खड़ा करेंगे।शरद भाई,आइये सभी मिलकर दक्षिणपंथी तानाशाही को नेस्तनाबूद करे।'
और पढ़ें: शरद यादव ने बीजेपी पर साधा निशाना
नीतीश कुमार ने बुधवार (26 जुलाई) की शाम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके साथ ही 20 महीने पुरानी महागठबंधन सरकार अचानक गिर गई।
इस्तीफे का कारण आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी के साथ नीतीश की तनातनी को माना जा रहा है। नीतीश कुमार ने बिहार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सहयोग से सरकार बनाई है।
और पढ़ें: 5 साल में 300% बढ़ी अमित शाह की संपत्ति, अहमद पटेल की हुई दोगुनी
HIGHLIGHTS
- नीतीश कुमार के फैसले से जेडीयू में फूट, शरद यादव ने जताई नाराजगी
- शरद यादव ने कहा, बिहार में जो फैसला लिया गया, मैं इससे सहमत नहीं हूं
Source : News Nation Bureau