केंद्र सरकार ने 'निकट भविष्य' में एयर इंडिया के विनिवेश से इंकार किया है। बुधवार को राज्यसभा में इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि यह प्रक्रिया पूरी करने के लिए वह प्रतिबद्ध है।
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने राज्यसभा को बताया कि मौजूदा वातावरण विनिवेश के लिए 'अनुकूल नहीं है' और उन्होंने कहा कि तेल की कीमतें और विदेशी मुद्रा के हालात सहित वैश्विक आर्थिक संकेतों के स्थिर होने के बाद इस पर फिर से विचार किया जाएगा।
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सिन्हा ने कहा कि इस बीच मंत्रालय एयर इंडिया के प्रदर्शन में सुधार के लिए 'परिचालन क्षमता सुधारने' के लिए निकट और मध्यम अवधि के प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करेगा, साथ ही एयर इंडिया की गैर-महत्वपूर्ण 'जमीन और इमारत परिसंपत्तियों' को बेचकर धन जुटाएगा।
सरकार ने इस साल 28 मार्च को एयर इंडिया के विनिवेश के लिए एक्सप्रेसन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) आमंत्रित किया था, जिसमें राष्ट्रीय विमानन कंपनी के साथ ही एयर इंडिया एक्सप्रेस लि. और एयर इंडिया एसएटीएस की हिस्सेदारी की बिक्री भी शामिल थी। लेकिन इन ईओआई के बंद होने के अंतिम दिन 31 मई तक किसी भी कंपनी/व्यक्ति ने इसमें रुचि प्रदर्शित नहीं की।
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Source : IANS