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साल में 100 दिन परिवार के साथ रहेंगे जवान, सरकार ने बनाई कमेटी

अब सशस्त्र सेना के जवान साल में कम से कम 100 दिन अपने परिवार के साथ रह सकेंगे. इसके लिए सरकार ने एक कमेटी बनाई है. कमेटी की रिपोर्ट के बाद सरकार इस फैसले को लागू करेगी.

Updated on: 29 Dec 2019, 01:20 PM

नई दिल्ली:

अब सशस्त्र सेना के जवान साल में कम से कम 100 दिन अपने परिवार के साथ रह सकेंगे. इसके लिए सरकार ने एक कमेटी बनाई है. कमेटी की रिपोर्ट के बाद सरकार इस फैसले को लागू करेगी. इससे सशस्त्र सेना के जवानों को काफी लाभ मिलेगा. रविवार को गृहमंत्री अमित शाह ने सीआरपीएफ के मुख्यालय की आधारशिला रखते हुए जवानों को भरोसा दिलाया कि सरकार जवानों और उनके परिवार को कई सुविधाएं देगी.

परिवार के भी बनेंगे हेल्थ कार्ड
अमित शाह ने कहा कि हमने तय किया है कि हर सशस्त्र बल का जवान 100 दिन अपने परिवार के साथ रहे इसके लिए हम काम कर रहे है. इसके लिए भी कमेटी बनी है. अगले बजट से इनके हाउसिंग के लिए बजट भी दिया जाएगा. जवानों के हेल्थ चेकअप के साथ साथ उनके परिवार की भी चेकअप और हेल्थ कार्ड भी बनेगा. राज्यों के लिए भी इसका आह्वान किया है.

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शहीदों के परिजनों की मदद को बनेगा एप
अमित शाह ने कहा कि 2019 में भारत सरकार के 75 पदको में सबसे ज्यादा सीआरपीएफ के जवानों को पदक प्रदान किये. बेहतरीन मुख्यालय से सीआरपीएफ की क्षमता में बढ़ोतरी होगी. देश के पीएम मोदी ने देश के बलों के जवानों के लिए एक सूत्र बनाया है कि आप देश की चिंता कीजिए हम आपके परिवार की चिंता करेंगे. गत साल में पुलवामा में हमले के बाद सीआरपीएफ के जवानों को हवाई जहाज से आने जाने की सुविधा देना काफी महत्वपूर्ण है. 35 हजार नए पद बनए गए है, इससे पदोन्नति में भी सुविधा होगी. सीआरपीएफ के जवानों की रिटायरमेंट को 57 से 60 कर दिया गया है. अगले सितंबर तक हम जवानों की सुविधा का कार्यक्रम लेकर आएंगे. शहीदों के परिवार के लिए सीआरपीएफ शहीद एप भी शुरू किया जाएगा.

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280 करोड़ की लागत से बनेगा नया भवन
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि 280 करोड़ का जो भवन बनने जा रहा है वह आपके सर्वोच्च जवानों की नींव पर खड़ा किया जा रहा है. यह देश की सुरक्षा का अभेद्य मुख्यालय बनेगा. सीआरपीएफ ने देश के विकास में काफी योगदान दिए है. चाहे दंगे हो यह नक्सल समस्या सीआरपीएफ की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है. कश्मीर के अंदर, संसद में, रामजन्मभूमि की सुरक्षा हर जगह पर सीआरपीएफ के जवानों ने देश की सुरक्षा को बड़ा योगदान दिया है. वीआईपी की सुरक्षा के जवानों को गरुड़ के निशान के साथ जो लोगों दिया गया है यह काफी महत्वपूर्ण है.