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ताहिर हुसैन को लेकर जावेद अख्तर ने दिल्ली पुलिस से किया सवाल, पूछा- सिर्फ उसपर क्यों हुई कार्रवाई

खूबसूरत गीत लिखने के साथ-साथ जावेद अख्तर (javed akhtar) बेबाक राय रखने के लिए भी जाने जाते हैं. लेकिन गुरुवार को जो उन्होंने बयान दिया है वो विवादों में आ गया है.

Updated on: 27 Feb 2020, 10:34 PM

नई दिल्ली:

खूबसूरत गीत लिखने के साथ-साथ जावेद अख्तर (javed akhtar) बेबाक राय रखने के लिए भी जाने जाते हैं. लेकिन गुरुवार को जो उन्होंने बयान दिया है वो विवादों में आ गया है. दिल्ली हिंसा में पुलिस की कार्रवाई को लेकर जावेद अख्तर ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि कई लोगों की जानें गई, लेकिन सिर्फ ताहिर (tahir) की दुकान क्यों सील की गई.

गीतकार जावेद अख्तर ने ट्वीट करके कहा, 'कई लोग मारे गए, बहुत से लोग जख्मी हुए, कई घर जला दिए गए, दुकानें लूट ली गईं और कई आश्रय विहीन हो गए, लेकिन पुलिस ने सिर्फ एक घर को सील किया और उसके मालिक की तलाश कर रही है. संयोगवश उसका नाम ताहिर है. दिल्ली पुलिस को एक चीज पर डटे रहने को सलाम.'

जावेद अख्तर इस ट्वीट के साथ ही ट्रोल हो गए. उनपर नफरत फैलाने का आरोप लगाया जा रहा है.

एक सोशल यूजर्स ने लिखा, 'आपने किसी के प्रति सहानुभूति नहीं दिखाई, बस आप ताहिर का बचाव करने आए, यह दर्शाता है कि आपके अंदर कितना जहर भरा हुआ है.'

वहीं, एक शख्स ने जावेद अख्तर से कहा कि आपने ये ट्वीट इसलिए किया क्योंकि उसका नाम ताहिर है.

एसआईटी करेगी दिल्ली हिंसा की जांच

बता दें कि दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने उत्तर पूर्वी दिल्ली (north east delhi) में हुए दंगों की एसआईटी (SIT) के दे दिया है. गुरुवार को दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के तहत एक विशेष जांच का गठन किया है. दो एसआईटी का गठन किया गया है जिसपर नजर बीके सिंह रखेंगे.

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पुलिस आयुक्त क्राइम ब्रांच बीके सिंह रखेंगे नजर

डीसीपी जॉय तिर्की और डीसीपी राजेश देव के अधीन क्राइम ब्रांच की दो एसआईटी का गठन किया गया है. दोनों टीमों के काम की निगरानी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त क्राइम ब्रांच बीके सिंह करेंगे. दिल्ली हिंसा से जुड़े सभी एफआईआर (FIR) की कॉपी भी एसआईटी (SIT) की टीम को सौंप दी गई है.

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हिंसा में मरने वालों की संख्या 38 हुई

बता दें कि रविवार, सोमवार और मंगलवार को हुई हिंसा में अब तक 38 लोगों की जान चली गई है. जबकि 200 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए हैं. स्थिति को सामान्य करने के लिए दंगा प्रभावित इलाकों में भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. इसके साथ ही इन एरिया में धारा 144 लागू है.