logo-image

जम्मू-कश्मीर में सेना की तैनाती से बढ़ी हलचल, इसके पीछे ये हो सकती हैं बड़ी वजहें

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में भारतीय सेना की बढ़ती हलचल से सभी लोग हैरान हैं.

Updated on: 03 Aug 2019, 05:54 PM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में भारतीय सेना की बढ़ती हलचल से सभी लोग हैरान हैं. इसे लेकर राजनीतिक पार्टियां सरकार से सवाल कर रही हैं. जम्मू-कश्मीर में अफरातफरी का माहौल है. राज्यपाल और सेना की ओर से कुछ बयान आए हैं, लेकिन पुख्ता तौर पर कुछ भी सामने नहीं आ पाया है. जिससे ये कहा जा सके कि इसी वजह से घाटी में सेना की इतनी भारी तैनाती की जा रही है.

यह भी पढ़ेंः जम्मू-कश्मीर में हलचल: संसद सत्र के बाद अमित शाह घाटी में दो दिन का करेंगे दौरा-सूत्र

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी घाटी में बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे. इसके इनपुट मिलने के बाद ही घाटी में सेना की तैनाती बढ़ी है. ये भी हो सकता है कि सरकार कश्मीरी पंडितों को घाटी में वापसी के लिए माहौल बनाने की तैयारी कर रही हो. बीजेपी के लिए पहले से ही बड़ा मसला रहा है. बीजेपी कश्मीरी पंडितों की घर वापसी के लिए आवाज उठाती रही है.

खत्म हो सकता है आर्टिकल 35ए और 370

बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर को स्पेशल स्टेट्स देने वाले आर्टिकल 35ए और 370 को खत्म कर सकती है. ऐसा करने से पहले सरकार घाटी में भारी सुरक्षा बल की तैनाती कर रही है, ताकि विरोध होने पर उससे आसानी से निपटा जा सके. हालांकि, ये मामला कोर्ट में विचाराधीन है, लेकिन भाजपा ने 35ए और 370 के मुद्दे को 2104 के साथ 2019 के अपने घोषणापत्र में बनाए रखा है. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने 35ए के साथ छेड़छाड़ से इन्कार किया है, लेकिन ये मसला लगातार चर्चा में बना हुआ है.

यह भी पढ़ेंः जम्मू-कश्मीर के हालात पर बोले गुलाम नबी आजाद, 30 साल बाद एक बार फिर BJP नफरत फैला रही

राज्य का फिर से बंटवारा

बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर का फिर से बंटवारा कर सकती है. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू को अलग राज्य बनाया जा सकता है और कश्मीर और लद्धाख को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिल सकता है.

15 अगस्त को कश्मीर में तिरंगा फहरा सकते हैं पीएम नरेंद्र मोदी

इस हलचल के पीछे एक संभावना ये भी जताई जा रही है कि हो सकता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार 15 अगस्त को कश्मीर में तिरंगा फहराएं. पीएम मोदी लीक से हटकर चलते आए हैं. उन्होंने अपने फैसलों से पहले भी चौंकाया है, इसलिए हो सकता है कि इस बार वो कश्मीर में झंडा फहराकर देशवासियों को हैरान करने वाले हों. अगर ऐसा होता है तो पूरे देश में राष्ट्रवाद की एक अलग लहर चलेगी. मोदी सरकार के खाते में एक और बड़ी उपलब्धि दर्ज होगी.

JK में विधानसभा चुनाव की तैयारी

ये भी संभावना जताई जा रही है कि शायद ये जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी हो. जम्मू-कश्मीर में विधानसभा का चुनाव टलता आ रहा है. पिछले साल जुलाई से वहां राष्ट्रपति शासन लगा है. कुछ दिनों पहले ही चुनाव आयोग ने कहा था कि इस साल के आखिर में जम्मू-कश्मीर में चुनाव हो सकते हैं. हो सकता है कि चुनाव के बारे में किसी भी तरह की घोषणा से पहले सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त की जा रही हो.

आतंकवादियों को जवाब देने की बड़ी तैयारी

इसे जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी के तौर पर भी देखा जा रहा है. ऐसे इनपुट भी मिले हैं कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी अमरनाथ यात्रा पर बड़े हमले की तैयारी कर रहे हैं. इसके बाद ही अमरनाथ यात्रा को रोका गया. अब हो सकता है कि आतंकियों के हौसले को तोड़ने के लिए सेना बड़ी कार्रवाई की तैयारी में लगी हो.