जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया. आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा, तो मातम पसर गया. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीद हुए जवानों के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित करने के लिए एक शहीद जवान को कन्धा दिया. गृहमंत्री के साथ जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बडगाम में शहीद जवान को कंधा दिया. गृहमंत्री ने श्रद्धांजलि सभा में शिरकत की जहां हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिप्टा हुआ था.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, गृह सचिव राजीव गौबा, सीआरपीएफ महानिदेशक आर आर भटनागर, जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह और अन्य ने शहीद जवानों को पुष्पांजलि अर्पित की. गृहमंत्री ने कहा, 'राष्ट्र हमारे बहादुर सीआरपीएफ जवानों के सर्वेाच्च बलिदान को नहीं भूलेगा. मैंने पुलवामा के शहीदों को अपनी अंतिम श्रद्धांजलि दे दी है. उन्होंने कहा कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.'
और पढ़ें: AMU छात्र ने पुलवामा अटैक पर किया विवादित ट्वीट, FIR दर्ज, यूनिवर्सिटी ने किया सस्पेंड
बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में बृहस्पतिवार को जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये और कई अन्य घायल हो गए. घाटी में 1989 में आतंकवाद के सिर उठाने के बाद से हुए अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले में एक आत्मघाती हमला किया. पुलवामा जिले में आतंकी ने श्रीनगर-जम्मू हाई-वे पर अपनी विस्फोटकों से लदी एसयूवी सीआरपीएफ की बस से टकरा दिया, जिसके बाद बस के परखच्चे उड़ गए. धमाका इतना जबरदस्त था कि आस-पास जवानों के शव टुकड़ों में सड़क पर बिखर गए. जैश ए मोहम्मद ने इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली. पुलिस ने आतंकवादी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के तौर पर की है. उन्होंने बताया कि अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था. अमेरिका, श्रीलंका , भूटान, इजरायल, बांग्लादेश समेत कई अन्य देशों ने इस हमले की कड़ी निंदा की.
Source : News Nation Bureau