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बुरहान की बरसी पर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम, रोकी गई अमरनाथ यात्रा

हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी की बरसी पर घाटी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पिछले साल 8 जुलाई को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में हिजबुल के कमांडर वानी को मार गिराया था।

Updated on: 08 Jul 2017, 02:35 PM

highlights

  • हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी की बरसी पर घाटी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है
  • पिछले साल 8 जुलाई को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में हिजबुल के कमांडर वानी को मार गिराया था

नई दिल्ली:

हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी की बरसी पर घाटी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पिछले साल 8 जुलाई को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में हिजबुल के कमांडर वानी को मार गिराया था।

घाटी में आतंकी हमलों की आशंका को देखते हुए पुलिस ने अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है। अमरनाथ यात्रा शुरू से ही आतंकियों के निशाने पर रहा है।  

इसके साथ ही ऐहतियाती कदम उठाते हुए कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल में शुक्रवार को कर्फ्यू लगा दिया गया। वानी त्राल का रहने वाला था। इस बीच कश्मीर के बांदीपोरा में आतंकियों ने सेना के काफिले को निशाना बनाकर हमला किया है। हमले में दो जवानों के घायल होने की खबर है।

कश्मीर के बांदीपोरा में आतंकी हमला, सेना के दो जवान घायल

दक्षिण कश्मीर के जिलों पुलवामा, कुलगाम, शोपियां व अनंतनाग में वानी के समर्थकों के कई जगहों पर सामने आने के बाद अधिकारियों ने त्राल में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है।

शहर की तरफ जाने वाली सभी सड़कों को सील कर दिया गया है और प्रतिबंधों को लागू करने के लिए पुलिस व केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को भारी संख्या में तैनात किया गया है।

इसके साथ ही श्रीनगर के पुराने शहर के इलाकों, बारामूला, सोपोर, पुलवामा, अनंतनाग व कुछ अन्य संवेदनशील जगहों पर आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।

श्रीनगर के नौहट्टा इलाके में शुक्रवार को जमा मस्जिद में नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी गई, क्योंकि अधिकारियों ने क्षेत्र में प्रतिबंध लागू कर दिया था।

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