/newsnation/media/post_attachments/images/2017/08/04/19-ArmyNew.jpg)
जम्मू कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेता जवान (फाइल फोटो)
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में शुक्रवार को सुरक्षाबलों ने आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के एक आतंकी को मार गिराया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बिजबेहरा इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। जिसके बाद सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।
पुलिस अधिकारी ने बताया, 'मृतक आतंकी के पास से हथियार बरामद किए गए हैं।'
पुलिस के मुताबिक, सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। जिसके बाद जवानों ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की। जवाबी कार्रवाई में जवानों ने घर में छुपे एक आतंकी को मार गिराया।
One SLR,2 magazines,40 rounds, a Chinese hand grenade recovered from the slain terrorist. One solider of 3 RR sustained injuries: J&K Police
— ANI (@ANI_news) August 4, 2017
बता दें कि इन दिनों सेना और पुलिस के जवान मिलकर घाटी में आतंकियों के खात्मे के लिए अभियान चला रखा है। इससे पहले कुलगाम के गोपालपोरा इलाके में दो आतंकियों को ढेर कर दिया था।
J&K: Terrorist killed in an encounter with security forces in Anantnag district
— ANI (@ANI_news) August 3, 2017
आतंकियों के पास से अधिकारी ने बताया था कि आतंकियों के शव के पास से दो एके-47 भी बरामद किए गए थे। दोनों हिजबुल मुजाहिदीन से ताल्लुक रखते थे।
इससे पहले एक अन्य एनकाउंटर में लश्कर-ए-तैयबा का खूंखार कमांडर अबु दुजाना को जवानों ने ढेर कर दिया था। दुजाना के साथ उसका एक अन्य साथी भी मारा गया था। दुजाना के सिर पर 15 लाख रुपये का इनाम था।
इसे भी पढ़ेंः सरेंडर करने की अपील पर आतंकी अबु दुजाना ने कहा था, 'मुबारक हो, आपने पकड़ लिया'
पाकिस्तानी आतंकवादी अबु दुजाना को पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों ने मंगलवार को उस वक्त मार गिराया, जब वह जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के एक गांव में अपनी पत्नी से मिलने आया था।
दुजाना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) का रहने वाला था। इस बात की जनकारी देते हुए राज्य की पुलिस ने पाकिस्तानी उच्चायोग से कहा कि वह अपने नागरिक आतंकी अबु दुजाना का शव ले जाए।
पुलिस महानिरीक्षक मुनीर खान ने कहा था, 'अगर वह (पाकिस्तान) शव पर दावा नहीं करता है तो, हम रीति-रिवाज के तहत शव को दफन कर देंगे।'
प्रशासन की इच्छा है कि दुजाना के परिजन उसकी अंत्येष्टि से पहले आखिरी बार अपने बेटे को देख पाएं और इसी मंशा से पाकिस्तान उच्चायोग से संपर्क साधा गया।
पुलिस ने दुजाना के शव की अंत्येष्टि के लिए उसे स्थानीय नागरिकों को सौंपने से मना कर दिया था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'शव को उन स्थानीय नागरिकों को सौंपने का कोई मतलब नहीं हैं, जो घाटी का नहीं है।'
दुजाना अगस्त 2015 में उधमपुर हमला सहित भारतीय सुरक्षा बलों पर किए गए कई हमलों में शामिल था। उधमपुर हमले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवान शहीद हो गए थे, जबकि 12 अन्य घायल हो गए थे।
सभी राज्यों की खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
Source : News Nation Bureau