जम्मू कश्मीर में आर्मी का एक चीता हेलीकॉप्टर सोमवार को क्रैश हो गया. हेलीकॉप्टर में सवार दोनों पायलट इस हादसे में सुरक्षित बच गए हैं. हादसा सुबह 11.15 बजे हुआ जब आर्मी का एक चीता हेलीकॉप्टर प्रशिक्षु पायलट के साथ ट्रेनिंग पर था. इसी दौरान हैलीकॉप्टर में कुछ तकनीकि खराबी आ गई. चीता हेलीकॉप्टर को ट्रेनिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है. सोमवार को भी एक प्रशिक्षु पायलट के साथ भारतीय सेना का पायलट इसमें सवार था.
भारतीय थल सेना का चीता हेलीकॉप्टर सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर में रियासी के निकट रुद्रकुंड में दुर्घटनाग्रस्त होकर गिर गया. सेना ने बताया कि चॉपर ने ऊधमपुर से प्रशिक्षण उड़ान भरी थी। सेना ने कहा, "दोनों पायलट सुरक्षित हैं और खतरे से बाहर हैं." उसने बताया कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है. पिछले साल अक्टूबर में चीफ ऑफ नॉर्दर्न स्टाफ के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रनबीर सिंह और अन्य अधिकारियों को ले जा रहे भारतीय थल सेना के एक हेलीकॉप्टर में तकनीकी खामी आने के बाद उसकी पुंछ क्षेत्र में आपातकालीन लैंडिंग करानी पड़ी थी. लेफ्टिनेंट जनरल रनबीर सिंह तथा छह अन्य अधिकारियों को ऊधमपुर से पुंछ ले जा रहे सेना के ध्रुव एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) में तकनीकी खामी आ गई थी.
इससे पहले सितंबर के आखिरी महीने में भूटान में भारतीय सेना का एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. इस हादसे में दो पायलट शहीद हो गए. शहीद पायलटों में एक भारतीय सेना का भी पायलट था. दुर्घटना में शहीद होने वाले भारतीय सेना के पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के थे, जबकि दूसरा भूटानी सेना का पायलट था और वो भारतीय सेना के साथ ट्रेनिंग पर था. बताया जा रहा है कि खेंटोंगमनी हिल स्थित ताशीगंगा पहाड़ी के पास योनफुला में सेना का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
Source : News Nation Bureau