आतंकी संगठन आईएस (इस्लामिक स्टेट) द्वारा कश्मीर घाटी में पुलिसबल पर आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद केंद्र सरकार हरकत में आ गई है। केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने बताया कि सरकार ने इस घटना की जांच पर बारीकी से नजर बनाई हुई है और रिपोर्ट आने के बाद इस बात को ध्यान में रखते हुए कारवाई की जाएगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा,'पिछले कुछ समय में हमने घाटी में फैले तीन दशक पुराने आतंकियों का सफाया किया है जो दर्शाता है कि हमने सुरक्षा बालों को फ्री हैंड दिया हुआ है। घाटी में शांति व्यवस्था धीरे धीरे कायम हो रही है और ऑपरेशन आल आउट भी अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है।'
सिंह ने यह जवाब हाल ही में पुलिस बल पर हुई ओपन फायरिंग कि घटना के बाद दिया है जिसकी जिम्मेदारी आईएस की न्यूज़ एजेंसी अमाक़ में ली गई है।
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गौरतलब है कि श्रीनगर में शहर के बाहर जाकुरा में शुक्रवार शाम हुई पुलिस जांच दल पर हमले को IS द्वारा किया गया हमला बताया है।
अमाक़ ने हमले को IS प्रायोजित बताते हुए लिखा है कि ये कश्मीर में हमारा पहला अटैक है। हालांकि इस बारे में जब सुरक्षाकर्मियों से बात की गई तो उन्होंने इस हमले को IS अटैक मानने से इंकार कर दिया।
उनका कहना है कि संभव है घाटी में उनके द्वारा प्रचार प्रसार के नियत से ऐसा किया जा रहा है। जिससे कि कश्मीरी युवाओं को बहलाया फुसलाया जा सके।
बता दें कि श्रीनगर में शुक्रवार को हुई मुठभेड़ में एक पुलिस अधिकारी शहीद हो गया था। साथ ही इस मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाकर्मियों ने एक आतंकी को भी मार गिराया था।
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Source : News Nation Bureau