पाकिस्तान की तरफ की जा रही गोलाबारी और सीज़फायर के उल्लंघन के कारण जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में करीब 1700 लोगों को एलओसी के पास से हटाया गया है।
राजौरी के डिप्टी कमिश्नर शाहिद इकबाल चौधरी ने बताया कि सोमवार की रात मंजकोट और नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तानी सेना ने न सिर्फ सेना की चौकियों पर हमला किया बल्कि उन्होंने रिहायशी इलाकों में भी फायरिंग की।
उन्होंने कहा, 'नौशेरा सेक्टर के अंस, भंधार में पाकिस्तानी सेना ने रात 10:55 पर फायरिंग की। लाम औऱ कालसियान के क्षेत्र में भी इसका प्रभाव पड़ा। '
उन्होंने कहा कि सुबह कोई फायरिंग नहीं की गई। सोमवार को शाम 4 बजे पाकिस्तानी सेना ने नौशेरा में गोलावारी शुरू कर दी।
चौधरी ने कहा कि नौशेरा में एलओसी के पास के चार गांवों में इस फायरिंग के कारण नुकसान हुआ है।
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उन्होंने बताया कि करीब 1700 लोगों को वहां से विस्थापित किया गया है। विस्थापित किये गए लोगों को राहत कैंप में लाया गया है।
इन राहत शिविरों में 120 अधिकारियों को लगाया गया है ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा, 'सारया, खाम्भा, अनवास और भांदर गांव में शाम 4 बजे हुई फायरिंग से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिये जिला प्रशासन ने विभिन्न विभागों के लोगों को तैनात किया है।'
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उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की तरफ ससे लगातार की जा रही फा.रिंग के मद्देनज़र जायजा लेने वाली टीम को फिलहाल हटा लिया गया है।
पिछले कई दिनों से पाकिस्तान की तरफ से की जा रही फायरिंग से एलओसी के पास बसे राजौरी के 64 गांवों में 23 गांव ऐसे हैं जो नौशेरा सेक्टर में हैं। इन 23 में से 8 गांव पाकिस्तानी फायरिंग से बुरी तरह प्रभावित हैं।
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Source : News Nation Bureau