जम्मू-कश्मीर में जारी कयासबाजी के बीच श्रीनगर एनआईटी (NIT) का कैंपस खाली कराया जा रहा है. एक दिन पहले रात को कैंपस के बाहर नोटिस चस्पा कर कहा गया था कि छात्र चाहें बाहर के हों या फिर कश्मीर के, कैंपस छोड़ दें. क्योंकि आगे अभी कोई क्लास नहीं होने वाला है. इस नोटिस के बाद शनिवार सुबह से छात्र कैंपस छोड़कर जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि कैंपस खाली कराने के लिए कैंपस के बाहर एसआरटीसी की बसें लगाई गई हैं.
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छात्र सोहैल ने कहा, कल शाम को नोटिस आई है कि कैंपस खाली करना है. कल रात ही हमलोग सामान पैक कर लिए थे. अब बसों से छात्रों को यहां से हटाया जा रहा है. पहले बाहरी छात्रों को रवाना किया जा रहा है, उसके बाद लोकल. एक अन्य छात्र अब्दुल रऊफ वानी ने कहा कि कल रात 11 बजे हमें हॉस्टल खाली करने की सूचना मिली. पहले बाहरी छात्रों को भेजा रहा है, लेकिन हमारे लिए कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है. हम अपने से गाड़ी करके घरों को लौट रहे हैं.
इससे पहले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मिले. राज्यपाल से मुलाकात के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा- कल के आदेश के बाद घाटी में हालात तनावपूर्ण है और लोग पेट्रोल पंपों और किराने की दुकानों से सामान जुटा रहे हैं.
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उमर अब्दुल्ला ने कहा, हम राज्यपाल से मिले और उनसे इस तरह की अफरातफरी का कारण पूछा. उन्होंने वहीं कहा, जो वे कल बोले थे. हमने उनसे पूछा कि क्या यह अनुच्छेद 35 ए, या धारा 370 को हटाने की तैयारी है तो उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है.
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार संसद में कश्मीर को लेकर संसद में बयान जारी कर स्थिति स्पष्ट करे, ताकि यहां के लोगों को सुकून मिले.