जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने आतंकवाद और अलगाववादी को लेकर शनिवार को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, ' यदि सामने से फायरिंग की जा रही होगी तो उन्हें (आतंकियों) गुलदस्ता नहीं दिया जा सकता है. हम चाहते हैं कि कट्टरपंथ के रास्ते पर गए युवा मुख्यधारा में वापस आएं. 'मलिक ने आगे कहा, 'शुक्रवार को नमाज के बाद की जाने वाली पत्थरबाजी तकरीबन रुक चुकी है. हम युवाओं की मुख्यधारा में वापसी चाहते हैं. इसके लिए योजनाओं पर विचार किया जा रहा है. हालांकि एक बात यह भी सच है कि यदि सामने से फायरिंग की जा रही है तो आप उन्हें गुलदस्ता नहीं थमा सकते हैं. जनरल साहब गोलियों का जवाब गोलियों से ही देंगे. हमें नेक इरादों के साथ काम करना चाहिए.'
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उन्होंने ये भी कहा, 'हमें नेक इरादों से काम करना चाहिए. जिस तरह से युवाओं को गुमराह किया जा रहा है कि वो जन्नत में जाएंगे. उनके पास असल में दो जन्नतें हैं. एक कश्मीर में, और दूसरी जो उन्हें बाद में मिलेगी यदि वे एक अच्छे मुस्लिम बने रहेंगे.'
सत्यपाल मलिक ने कहा, 'मुझे इस बात की खुशी है कि मीरवाइज उमर फारूक ने ड्रग्स के खिलाफ आवाज उठाई है, यह एक बड़ा खतरा है. यह यहां पर युवाओं के बीच फैल रहा है. जम्मू में स्थिति बुरी है, पंजाब में इसकी वजह से काफी नुकसान हो रहा है.'
बता दें कि उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास बड़ी संख्या में हथियारबंद आतंकियों का पता लगाया गया है. इतना ही नहीं, एक आतंकी को सुरक्षा बलों ने बानियार इलाके में मार गिराया. यहां शनिवार सुबह मुठभेड़ हुई थी.