नागरिकता संशोधन कानून को लेकर छात्रों के प्रदर्शन के बाद जामिया मिल्लिया इस्लामिया में हुई हिंसा में आरोपी पूर्व विधायक आसिफ खान बुधवार की सुबह आत्मसमर्पण करने पहुंचे लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया. आसिफ खान का कहना है, 'पुलिस ने मुझसे कहा कि मुकदमा दर्ज करने में गलती हुई है. मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है. वो जब तक मामले की छानबीन नहीं कर लेते, तब तक मुझे गिरफ्तार नहीं किया जाएगा.'
अगर मैं दंगाई हूं तो पुलिस गिरफ्तार क्यों नहीं करती - पूर्व विधायक
आपको बता दें कि इसके पहले नागरिकता संशोधन कानून को लेकर छात्रों के प्रदर्शन के बाद जामिया में हुई हिंसा के मामले में आरोपी बनाए गए पूर्व विधायक आसिफ खान ने मीडिया से बातचीत करते हुए पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है. उन्होंने आगे कहा, 'मेरा वीडियो वायरल होने के बाद मुझे दंगाई बताया जा रहा है. पुलिस हिंसा की कसूरवार है, मैंने तो शांति स्थापित करवाई.' आसिफ खान ने आगे कहा कि, 'बुधवार को दोपहर मैं जामिया थाने में आत्मसमर्पण किया था. जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने मुझे गिरफ्तार करने से मना कर दिया. अगर मैं दंगाई हूं तो घर कैसे बैठा हूं. पुलिस मुझे गिरफ्तार क्यों नहीं करती.'
पूर्व विधायक सहित छ लोगों पर आरोप
रविवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया में छात्रों पर हुए हमले के मामले में कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ खान पर हिंसा भड़काने का आरोप लगा है. जामिया हिंसा में पूर्व विधायक पर पूरे मामले का मास्टर माइंड होने का आरोप लगा है. आपको बता दें कि शुरुआती रिपोर्ट में जिन 6 लोगों के नाम शामिल हैं, उनमें आसिफ खान का भी नाम शामिल है. पूर्व एमएलए के अलावा इस मामले में मुस्तफा, हैदर, चदन कुमार, आशु खान और एसआईओ सदस्य आसिफ तन्हा के अलावा सीवाईएसएस सदस्य कामिस उस्मानी शामिल हैं. दिल्ली पुलिस में दर्ज एफआईआर के मुताबिक जानकारी ये मिली थी कि कई लोग नागरिकता संशोधित कानून के खिलाफ संसद भवन और राष्ट्रपति भवन तक विरोध मार्च करेंगे.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो