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जामिया और AMU में प्रदर्शन को लेकर सुप्रीम कोर्ट कल करेगा सुनवाई

जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्रों के हिंसक प्रदर्शन मामले पर दाखिल तीन याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को सुनवाई करेगा.

Updated on: 16 Dec 2019, 08:30 PM

नई दिल्‍ली:

जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्रों के हिंसक प्रदर्शन मामले पर दाखिल तीन याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को सुनवाई करेगा. मुख्य न्यायाधीश की अगुवाई वाली पीठ इस मामले की सुनवाई करेगी. बता दें कि नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया.

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यह विरोध प्रदर्शन रविवार को हिंसक हो गया. दिल्ली में प्रदर्शनकारियों ने कई बसें और बाइकें फूंक दीं. उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने भी लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने अराजक तत्वों के जामिया मिलिया विश्वविद्यालय में घुसे होने के संदेह पर कैंपस से सभी विद्यार्थियों को बाहर निकाल दिया.

उधर, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में भी रविवार देर रात हुए प्रदर्शन में 3 छात्र घायल हो गए. पुलिस ने 21 छात्रों को गिरफ्तार किया. इसके साथ ही एएमयू 5 जनवरी तक बंद कर दिया गया.

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. दिल्ली समेत देश के दूसरे हिस्सों में भी हिंसा की लपटें पहुंचनी शुरू हो गई हैं. मऊ में उग्र भीड़ ने सड़क पर खड़ी कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए. उग्र भीड़ ने नरेंद्र मोदी और योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस विरोध प्रदर्शन का असर दक्षिण टोला थाना क्षेत्र अंतर्गत मिर्जाहादीपुरा चौराहे पर सबसे ज्यादा देखने को मिला. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैंस के गोले छोड़े हैं. साथ ही उग्र विरोध प्रर्दशन करने वालों को हटाया जा रहा है.

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वहीं, नागरिकता कानून के खिलाफ ज्वाइंट एक्शन कमेटी के छात्रों ने प्रदर्शन किया है. बीएचयू के गेट पर एबीवीपी और विरोध करने वाले छात्र आमने-सामने आ गए. मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के खिलाफ नारे लागाने के कारण एबीवीपी के छात्रों में आक्रोश है. पुलिस और एबीवीपी के छात्रों में धक्का मुक्की हुई है. पुलिस ने एबीवीपी छात्रों और प्रदर्शन करने वाले छात्रों को अलग किया.