जामिया मिलिया इस्लामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने शुक्रवार को नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया से मुलाकात की। दरअसल जामिया विश्वविद्यालय 2018 से बीएससी एयरोनॉटिक्स पाठ्यक्रम चला रहा है। यह एक ड्यूल डिग्री कोर्स है, जिसे जामिया द्वारा प्रदान किया जा रहा है। और एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियरिंग में सर्टिफिकेट ऑफ रिकॉग्निशन डीजीसीए, भारत सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया है।
जामिया मिलिया इस्लामिया अपने छात्रों को एयरोनॉटिक्स में यह अंडरग्रेजुएट कोर्स उपलब्ध करा रहा है। जामिया, छात्रों को बीएससी एयरोनॉटिक्स के अंतर्गत विमान के रखरखाव व इंजीनियरिंग का कोर्स ऑफर करता है। विश्वविद्यालय ने इंडोकॉप्टर प्राइवेट लिमिटेड (आईसीपीएल) के साथ बीएससी एरोनॉटिक्स ड्यूल डिग्री प्रोग्राम के लिए बकायदा एक समझौता भी किया है। जामिया के मुताबिक, आईसीपीएल ने प्रशिक्षण के क्षेत्र में सहयोग करने का फैसला किया है।
विश्वविद्यालय ने बताया कि आईसीपीएल एक डीजीसीए अनुमोदित अनुरक्षण संगठन है जो एयरबस, लियोनाडरे और बेल टेक्सट्रॉन हेलीकॉप्टरों के लिए 24 घंटे सहायता प्रदान करता है। उनके पास ग्रेटर नोएडा में डीजीसीए द्वारा अनुमोदित विश्व स्तरीय हेलीकॉप्टर एमआरओ सुविधा है। इसके अलावा उनके पास और भी कई सुसज्जित उप-बेस हैं, जो भारत के भीतर कई स्थानों पर मौजूद हैं। जामिया का कहना है कि आईसीपीएल बांग्लादेश, भूटान, नेपाल और श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों में भी एमआरओ सेवाएं प्रदान करते हैं।
जामिया मिलिया इस्लामिया के मुताबिक, उनके इस पाठ्यक्रम के कई उत्तीर्ण छात्रों को डीआरडीओ, भारतीय सेना, यूनाइटेड एयरलाइंस, इंडिगो एयरलाइंस, एयर इंडिया, एनॉर्ड प्राइवेट लिमिटेड, फार आई लॉजिस्टिक्स और भारत और विदेशों में अच्छे वेतन पैकेज पर कई अन्य एमआरओ संगठन जैसे संगठनों में प्लेसमेंट मिला है। जामिया के मुताबिक, उच्च शिक्षा क्षेत्र में विकास को जानने के लिए सिंधिया बहुत उत्सुक थे और हाल के वर्षों में जामिया की प्रगति के बारे में वह जानते थे।
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Source : IANS