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जामिया मिलिया इस्लामिया में पढ़ी गई संविधान की प्रस्तावना

जामिया मिलिया इस्लामिया में पढ़ी गई संविधान की प्रस्तावना

Updated on: 26 Nov 2021, 09:45 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया में शुक्रवार को संविधान की प्रस्तावना पढ़ी गई। सविधान दिवस पर इस केंद्रीय विश्वविद्यालय में संविधान को सर्वोच्च सम्मान देने के लिए एक खास आयोजन किया गया था। इस मौके पर जामिया में हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में संविधान की मूल प्रस्तावना का पाठ किया गया। संविधान की प्रस्तावना को पढ़ने वालों में विश्वविद्यालय के अधिकांश प्रोफेसर रजिस्ट्रार और प्रो वाइस चांसलर शामिल रहे।

जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस विषय में जानकारी देते हुए बताया कि जामिया की प्रो-वाइस चांसलर प्रोफेसर तसनीम फातमा ने संविधान की प्रस्तावना अंग्रेजी में पढ़ी। इनके अलावा डॉ. नाजिम हुसैन जाफरी, रजिस्ट्रार, जेएमआई ने संविधान की प्रस्तावना हिंदी में पढ़ी। इस दौरान जामिया विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों और अन्य स्टाफ सदस्यों ने इसे साथ-साथ दोहराया।

इस खास कार्यक्रम का आयोजन वीसी कार्यालय, जेएमआई के लॉन में आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में किया गया था, जिसका समन्वय प्रो. मोहम्मद मुस्लिम खान, अध्यक्ष, राजनीति विज्ञान विभाग, जामिया द्वारा किया गया।

मुख्य प्रॉक्टर के कार्यालय ने भारतीय संविधान के मौलिक आदशरें पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया जोकि डॉ. मोहम्मद असद मलिक, विधि संकाय, जामिया द्वारा दिया गया। जामिया के रजिस्ट्रार डॉ. नाजिम हुसैन जाफरी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे।

विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में भी शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.