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31 दिसंबर तक थीसिस जमा करवाने वाले छात्रों के लिए खोला जाएगा जामिया कैंपस

31 दिसंबर तक थीसिस जमा करवाने वाले छात्रों के लिए खोला जाएगा जामिया कैंपस

Updated on: 23 Sep 2021, 10:00 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली विश्वविद्यालय और जेएनयू के बाद अब जामिया मिलिया इस्लामिया को भी छात्रों के लिए खोला जा रहा है। फिलहाल जामिया में केवल पीएचडी से जुड़े छात्र प्रयोगशाला की सुविधा हेतु आ सकेंगे। यह सुविधा उन छात्रों को दी गई है जिन्हें 31 दिसंबर तक अपनी थीसिस जमा करवानी है।

जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक नवंबर महीने में अंतिम वर्ष एवं अंतिम सेमेस्टर के छात्रों को विश्वविद्यालय कैंपस में आने की अनुमति दी जाएगी। इस दौरान छात्र ऑफलाइन प्रैक्टिकल कक्षाएं ले सकेंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने गुरुवार शाम एक नोटिस जारी करके कहा कि इसके अलावा अन्य सभी प्रकार की कक्षाएं एवं परीक्षाएं ऑनलाइन माध्यम से ही चलती रहेंगी।

जामिया विश्वविद्यालय में फिलहाल कोरोना प्रोटोकॉल के मद्देनजर छात्रों के लिए हॉस्टल फैसिलिटी भी शुरू नहीं की गई है।

वहीं दूसरी ओर गुरुवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के कार्यकारी कुलपति पीसी जोशी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से संबंधित दो नए केंद्रों की नींव रखी है। यह केंद्र नजफगढ़ के रोशनपुरा गांव और बवाना में बनाए जा रहे हैं। कुलपति का कहना है कि भविष्य में यहां उपलब्ध विश्वविद्यालय की भूमि पर नए शिक्षण संस्थान भी बनाए जाएंगे।

कोरोना के बाद विभिन्न विश्वविद्यालयों को फिर से खोला जा रहा है। इसी क्रम में अब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने 23 सितंबर से तीसरे वर्ष के पीएचडी छात्रों के लिए कैंपस खोल दिया है। अगले चरण में एमएससी और बीटेक छात्रों के लिए कैंपस खोला जाएगा। इसके बाद जल्द ही जेएनयू में विज्ञान के सभी छात्रों के लिए विश्वविद्यालय परिसर, प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय और ऑफलाइन कक्षाएं फिर से शुरू की जाएंगी।

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार पी अजय बाबू ने कहा कि विश्वविद्यालय में तीसरे चरण की रिओपनिंग गुरुवार 23 सितंबर से शुरू हो गई है।

इसके तहत गुरुवार से हॉस्टल रहने वाले और डे स्कालर दोनों तरह के छात्र विश्वविद्यालय आ रहे हैं। इसके साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बसों को भी विश्वविद्यालय कैंपस में प्रवेश करने की अनुमति दे दी है।

वहीं चौथे चरण की रिओपनिंग 27 सितंबर से शुरू हो जाएगी। जेएनयू के डिप्टी रजिस्ट्रार ने बताया कि चौथे चरण में एमएससी फाइनल ईयर और बीटेक चौथे वर्ष के सभी छात्रों को विश्वविद्यालय कैंपस में आने की अनुमति होगी। इसके साथ ही चौथे चरण में एमबीए फाइनल ईयर के छात्र भी विश्वविद्यालय आ सकेंगे। चौथे चरण में भी यह सुविधा डे स्कॉलर और हॉस्टल में रहने वाले दोनों तरह के छात्रों के लिए होगी।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.