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जामिया में अमेरिका और जर्मनी के साथ डिलेमाज ऑफ ह्यूमिनिटी पर चर्चा

जामिया में अमेरिका और जर्मनी के साथ डिलेमाज ऑफ ह्यूमिनिटी पर चर्चा

Updated on: 17 Aug 2021, 11:25 PM

नई दिल्ली:

जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) ने अमेरिका और जर्मनी के साथ डिलेमाज ऑफ ह्यूमिनिटी का चौथा व्याख्यान आयोजित किया। यह वार्ता अमेरिकी अध्ययन विभाग और वुर्जबर्ग विश्वविद्यालय जर्मनी के साथ चल रहे शैक्षणिक सहयोग के क्रम में आयोजित की गई। यह क्रमिक रूप से प्रासंगिक व्याख्यानों की श्रंखला के लिए प्रतिबद्ध है। इस वार्ता का आयोजन शैक्षिक एवं अनुसंधान सहयोग प्रोन्नति योजना (स्पार्क), शिक्षा मंत्रालय की योजना के अंतर्गत किया गया।

इस अंतर्राष्ट्रीय वार्ता का संचालन श्रद्धा ए. सिंह और जहरा रिजवी, पीएच.डी. शोधार्थी, अंग्रेजी विभाग, जामिया द्वारा किया गया। इसमें दुनिया भर से और विभिन्न टाइम जोन में बड़ी संख्या में विद्वानों, छात्रों और शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

जामिया के अंग्रेजी विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर सिमी मल्होत्रा ने अंग्रेजी विभाग, जामिया मिल्लिया इस्लामिया तथा अंग्रेजी एवं अमेरिकी अध्ययन विभाग, वुर्जबर्ग विश्वविद्यालय के बीच शैक्षिक एवं अनुसंधान सहयोग प्रोन्नति योजना (स्पार्क), शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के समर्थन से चल रही सहयोगी परियोजना न्यू टेरेंस ऑफ कोंसीयसनेस, ग्लोबलाइजेशन सेंसरी एनवायरनमेंटस एंड लोकल कल्चर ऑफ नोलेज पर प्रकाश डाला। इस परियोजना का उद्देश्य भारत और विदेशों में उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग को सुविधाजनक बनाना है।

व्याख्यान के माध्यम से ट्राइकोंटीनेंटल इंस्टिट्यूट फॉर सोशल रिसर्च के कार्यकारी निदेशक, प्रोफेसर विजय प्रसाद प्रोफेसर ने फिदेल कास्त्रो के बेटल ऑफ आइडियाज के माध्यम से मानवता के सामने आने वाली समकालीन दुविधाओं पर टिप्पणी की। युद्ध, जिसमें हथियारों की खरीद में भारी मात्रा में पूंजी बर्बाद हुई, पर्यावरण प्रदूषण और भूखमरी फैली, इन्हें वर्तमान समय के तीन वैश्विक मुद्दों के रूप में देखा जा सकता है। उन्होंने प्रतिभागियों का इन मुद्दों के बारे में गंभीर और नैतिक रूप से सोचने के लिए आह्वान किया।

इसके बाद जामिया अंग्रेजी विभाग में पीएचडी शोधार्थी एन. सुसेन एलेयास ने समन्वित, आकर्षक, गहन प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया।

प्रतिभागियों की बड़ी संख्या में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए, इस कार्यक्रम को यूट्यूब पर भी लाइव स्ट्रीम किया गया और इसमें सौ से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।

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