New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2019/12/26/jamia-police-action-96.jpg)
जामिया में हिंसा( Photo Credit : न्यूज स्टेट)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
जामिया में हिंसा( Photo Credit : न्यूज स्टेट)
दिल्ली में जामिया नगर में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन स्थल पर गोली चलाने की तीसरी घटना की जांच कर रही दिल्ली पुलिस दो आरोपियों तक उनके दो पहिया वाहन के पंजीकरण नम्बर के जरिये पहुंचने का प्रयास कर रही है जिसकी तस्वीर कैमरों में कैद हो गई है. रविवार देर रात दो अज्ञात व्यक्तियों ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पास चल रहे प्रदर्शन के दौरान गोली चलायी थी. यद्यपि इस घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ, लेकिन इससे स्थल पर मौजूद लोगों में घबराहट पैदा हो गयी. सैकड़ों प्रदर्शनकारी जामिया नगर पुलिस थाने पहुंच गए और वहां सुबह चार बजे तक रहे ताकि यह सुनिश्चित कर सकें कि पुलिस उनकी शिकायत स्वीकार कर ले और कथित आरोपियों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज करे.
जामिया के छात्र मोहम्मद हाफिज ने कहा, हमेशा की तरह पुलिस कोई शिकायत नहीं ले रही थी और नागरिकों द्वारा पुलिस थाने में दो से तीन घंटे नारेबाजी और पुलिस थाने में अधिकारियों से सम्पर्क किये जाने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई. हफीज भी पुलिस थाने में मौजूद थे. उन्होंने कहा, हमने उस लाल रंग के स्कूटर की तस्वीर ली है जिसका इस्तेमाल आरोपियों ने किया था और उसके आधार पर उसके पंजीकरण नम्बर की पहचान की है. यह पुलिस पर है कि वह जांच करे और यह देखे कि वाहन का मालिक और आरोपी एक ही हैं या अरोपियों ने किसी अन्य का वाहन इस्तेमाल किया. जामिया नगर पुलिस ने यद्यपि इससे इनकार किया कि प्राथमिकी दर्ज करने में कोई देरी हुई.
प्रभारी डीसीपी (दक्षिणपूर्व) ज्ञानेश कुमार ने कहा, हमने (विश्वविद्यालय परिसर के) गेट नम्बर सात के पास उस स्थल की गहन तलाशी ली जहां गोली चलाने की घटना हुई. हमें वहां कारतूस का कोई खोखा नहीं मिला. इसलिए हम आरोपियों की पहचान और अपराध की पुष्टि के लिए आगे जांच कर रहे हैं. उचित प्रक्रिया के बाद प्राथमिकी दर्ज कर ली गई. जामिया नगर पुलिस ने बताया कि कुछ व्यक्तियों ने प्राथमिकी दर्ज होने के दौरान उनसे सम्पर्क किया था और कहा था कि उन्होंने वह लाल स्कूटर देखा था जिसका कथित रूप से अपराध में इस्तेमाल हुआ था. पुलिस ने दावा किया है कि कोई भी वाहन का पूरा पंजीकरण नम्बर तस्वीर में नहीं ले पाया.
यह भी पढ़ें-PM मोदी ने लोकपाल को लेकर केजरीवाल सरकार पर बोला हमला, अन्ना आंदोलन पर उठाए सवाल
जामिया नगर के पुलिस निरीक्षक उपेंद्र सिंह ने मीडिया से कहा, कुछ लोगों के अनुसार स्कूटर के नम्बर का आखिरी अंक दो जबकि कुछ के अनुसार चार है. एक ही सीरीज (पंजीकरण) के कई वाहन होते हैं और हम अब पड़ताल कर रहे हैं कि अपराध में इस्तेमाल वाहन का वास्तविक नम्बर क्या है. पुलिस ने कहा कि वाहन पंजीकरण रिकॉर्ड के अनुसार, कैमरे में जिस दोपहिया वाहन का पंजीकरण नम्बर आया है जो अंक 2 के साथ समाप्त होता है, वह एक पुरुष का है, जबकि अंक 4 के साथ समाप्त होने वाला वाहन एक महिला का है.
यह भी पढ़ें-Delhi Assembly Election: कड़कड़डूमा की चुनावी रैली के दौरान पीएम मोदी ने कही ये 10 बड़ी बातें
उन्होंने कहा कि पुलिस सीसीटीवी कैमरों और कुछ प्रदर्शनकारियों द्वारा रिकार्ड की गई घटना के अन्य वीडियो की पड़ताल कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि पंजीकरण संख्या 2 या 4 से समाप्त होती है या नहीं. रविवार की इस घटना से पहले दिल्ली निवासी कपिल गुर्जर ने शाहीनबाग में एक फरवरी को प्रदर्शन स्थल पर गोली चलायी थी. उससे चार दिन पहले एक नाबालिग को जामिया विश्वविद्यालय के पास प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने के लिए पकड़ा गया था.