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भारत में पांव पसारने के फिराक में जमात-उल मुजाहिदीन, 125 संदिग्धों की सौंपी गई सूची

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के प्रमुख वाईसी मोदी (YC Modi) ने जमात-उल मुजाहिद्दीन (Jamaat-ul-Mujahideen) बांग्लादेश (जेएमबी) की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह आतंकवादी संगठन भारत में अपना विस्तार करने की कोशिश में है.

Updated on: 14 Oct 2019, 05:53 PM

highlights

  • जमात-उल मुजाहिद्दीन भारत में विस्तार करने की कोशिश में लगा हुआ है
  • एनआईए प्रमुख वाईसी मोदी ने  सौंपा 125 संदिग्धों की लिस्ट
  • बांग्लादेशी संगठन झारखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में चला रहा अभियान

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के प्रमुख वाईसी मोदी (YC Modi) ने जमात-उल मुजाहिद्दीन (Jamaat-ul-Mujahideen) बांग्लादेश (जेएमबी) की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह आतंकवादी संगठन भारत में अपना विस्तार करने की कोशिश में है और इससे संबंधित 125 संदिग्धों की सूची सभी राज्यों को दे दी गई है. आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) के प्रमुखों के लिए आयोजित एनआई के राष्ट्रीय सम्मेलन में मोदी ने कहा कि जेएमबी एक बांग्लादेशी संगठन है, जो झारखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल जैसे भारतीय राज्यों में बांग्लादेशी अप्रवासियों की आड़ में अपना अभियान चला रहा है.

एनआईए के महानिरीक्षक, आलोक मित्तल ने आगे बताया कि जेएमबी ने बेंगलुरू में 20-22 ठिकाने बना लिए हैं और साल 2014-2018 में वह दक्षिण भारत में अपने और ठिकाने बनाने की तैयारी में लगा रहा.

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मित्तल ने बताया कि जेएमबी ने कृष्णागिरि पर्वतों के पास रॉकेट लॉन्चर्स का परीक्षण किया और वे कर्नाटक सीमा के पास स्थित बौद्ध मंदिर पर आक्रमण करने के फिराक में थे. वे हमला कर म्यांमार में हुए रोहिंग्या मुसलमानों के साथ अत्याचार का बदला लेना चाहते थे.