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भारत में पैर फैला रहा है श्रीलंका आत्मघाती हमलों का जिम्मेदार जमात-उल मुजाहिदीन

खुफिया इनपुट्स बता रहे हैं कि जेएमबी भारत में भी तेजी से पैर पसार रहा है. खासकर बिहार, महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक में इसकी गतिविधियों में तेजी आई है.

Updated on: 14 Oct 2019, 01:15 PM

highlights

  • खुफिया इनपुट्स बता रहे हैं कि जेएमबी भारत में भी तेजी से पैर पसार रहा है.
  • बिहार, महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक में इसकी गतिविधियों में तेजी आई है.
  • 125 संदिग्धों से जुड़ी खुफिया जानकारियां संबंधित राज्यों से साझा की गई.

नई दिल्ली:

श्रीलंका में ईस्टर पर हुए श्रंखलाबद्ध आत्मघाती हमलों के पीछे बांग्लादेश के आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन (जेएमबी) का हाथ था. अब खुफिया इनपुट्स बता रहे हैं कि जेएमबी भारत में भी तेजी से पैर पसार रहा है. खासकर बिहार, महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक में इसकी गतिविधियों में तेजी आई है. ऐसे में लगभग 125 संदिग्धों से जुड़ी खुफिया जानकारियां संबंधित राज्यों से साझा की गई हैं. इस संगठन को आईएसआईएस का समर्थन भी प्राप्त है.

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श्रीलंका में सलाफी-वहाबी इस्लाम का जोर
गौरतलब है कि ईस्टर पर हुए श्रंखलाबद्ध आतंकी हमलों की खुफिया जानकारी श्रीलंका सरकार से भी साझा की गई थी, लेकिन समय रहते सुरक्षात्मक कदम नहीं उठा पाने से आतंकी अपने नापाक इरादों को अंजाम देने में सफल रहे. प्रारंभिक जांच में पता चला था कि श्रीलंका के मुसलमानों में सलाफी-वहाबी इस्लाम के प्रति रुझान बढ़ रहा है. गौरतलब है कि वैश्विक आतंकवाद के पीछे इस्लाम की इसी विचारधारा को कट्टरता बढ़ाने वाला माना जाता है. इसके तार तब भी तमिलनाडु में सक्रिय आतंकी संगठन से जुड़े थे, जिसे बांग्लादेश के जेएमबी का समर्थन प्राप्त था.

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आतंकवाद पर एनआईए कांफ्रेंस में हुई चर्चा
गौरतलब है कि न दिल्ली में एनआईए की राष्ट्रीय कांफ्रेंस शुरू हुई है. इसमें गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी, एनएसए प्रमुख अजित डोभाल के अलावा, एनआईए के डीजी वायसी मोदी समेत आईबी के स्पेशल निदेशक और कई राज्यों के राज्यपाल और प्रतिनिधि भी हिस्सा ले रहे हैं.