दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जैश ए मोहम्मद के प्रमुख आतंकी सज्जाद खान (27) को अरेस्ट किया है. सज्जाद पुलवामा अटैक के मास्टरमाइंड मुदस्सर खान के संपर्क में था. सेल को शक है की साजिद पुलवामा हमले की साजिश में भी शामिल रहा है. उससे पूछताछ जारी है. जांच एजेंसी एनआईए ने उसे रिमांड पर लिया है.
Jaish-e-Mohammad terrorist Sajjad Khan (in grey sweatshirt) who was arrested by Delhi Police Special Cell, earlier today. He was a close associate of Pulwama attack mastermind Mudassir who had been eliminated earlier this month. pic.twitter.com/TCWdYIQGwt
— ANI (@ANI) March 22, 2019
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सज्जाद बीते दिसंबर के आखिरी सप्ताह में दिल्ली आया था. यहां शाल बेचने के बहाने छुपा था. उसे मुदस्सर ने जैश ए मोहम्मद का स्लीपर सेल दिल्ली में सक्रिय करने की जिम्मेदारी दी थी. मुदस्सिर जम्मू कश्मीर में पुलवामा अटैक के बाद हुए एनकाउंटर में मारा जा चुका है. सज्जाद से पूछताछ में सबसे डराने वाला खुलासा यह हुआ है कि वह मुद्दसिर की मौत के बाद से यूपी के अलग-अलग राज्यों में रहने वाले युवाओं के संपर्क में था. उसका काम नई भर्तियां करने से लेकर उनके लिए हथियार और फंड जुटाना है. वह करीब 4–5 फिदायीन भी तैयार कर चुका है, जिनमें से 2 के बारे में पुलिस को जानकारी मिल गई है.
सज्जाद के दो सगे भाई और एक चचेरा भाई जम्मू कश्मीर में हुए एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं. सूत्रों का कहना है एक ही परिवार के 3 सदस्यों का जैश ए मोहम्मद के लिए मारे जाने की वजह से इस परिवार की संगठन में बड़ी हैसियत है. सज्जाद से पूछे बिना जैश के अंदर कोई नई भर्ती नहीं होती थी. मुदस्सिर और सज्जाद का बड़ा भाई अशफाक जेल में मिले थे. उसके बाद दोनों साथ में जैश के लिए काम करने लगे. मुदस्सिर का एनकाउंटर होने के बाद सज्जाद जैश को फिर सपोर्ट देने में जुटा था.
स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने ऑफ कैमरा बताया कि सज्जाद को बीती रात पुरानी दिल्ली में लाजपत राय मार्केट के पास से गिरफ्तार किया गया है. सज्जाद की गिरफ्तारी जैश के लिए बड़ा झटका है. उसके खिलाफ 15 मार्च को एनआईए ने भी विभिन्न धाराओं में केस रजिस्टर्ड किया था. सज्जाद के आतंकी भाइयों का नाम अशफाक और शौकत है. दोनों जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों से एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं.
पुलवामा अटैक का मास्टरमाइंड मुदस्सर अशफाक के ही इशारे पर काम करता था। अशफाक के एनकाउंटर के बाद मुदस्सिर सज्जाद के संपर्क में लगातार रहने लगा। सेल के सूत्रों का कहना है कि जिस दिन पुलवामा अटैक में सीआरपीएफ के जवान शहीद हुए उस दिन मुदस्सिर में सज्जाद को फोन करके कहा था कि काम हो गया है।
सेल के सूत्रों का कहना है कि जैश ए मोहम्मद पिछले काफी समय से दिल्ली में स्लीपर सेल बनाने की कोशिश में जुटा है, यह इलेक्शन तक किसी आतंकी घटना को अंजाम देने से परहेज़ कर रहा है, क्योंकि उन्हें लगता है कि इलेक्शन से पहले किसी भी प्रकार की आतंकी घटना को अंजाम देने से मौजूदा सरकार को फायदा मिलेगा, इसलिए तब तक स्लीपर सेल को सक्रिय करना चाहते हैं. उनके लिए हथियार, फंडिंग, ट्रेनिंग आदि इंतजाम में जुटे थे। स्पेशल सेल के सूत्रों ने यह भी बताया है कि सज्जाद के पुलवामा स्थित घर पर देसी विदेशी आतंकियों का आना जाना रहा है.
Source : News Nation Bureau