जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने दूसरे ई-कॉन्वोकेशन समारोह का आयोजन किया
जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने दूसरे ई-कॉन्वोकेशन समारोह का आयोजन किया
नई दिल्ली:
भारत के शीर्ष एमबीए कॉलेजों में से एक जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने अपने दूसरे ई-दीक्षांत समारोह के साथ 2020-2021 के अपने शैक्षणिक सत्र को प्रभावशाली ढंग से संपन्न किया। इसमें संस्थान के स्नातक छात्रों, विशिष्ट अतिथियों, संकायों और पूर्व छात्रों की जबरदस्त भागीदारी देखने को मिली।ई-दीक्षांत समारोह के इस खास अवसर के माननीय मुख्य अतिथि एडलवाइस समूह के अध्यक्ष और सीईओ राशेश शाह रहे। इस दौरान नोएडा, लखनऊ, जयपुर और इंदौर परिसरों के कुल 1,023 विद्यार्थियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मैनेजमेंट की डिग्री प्रदान की गई।
धीमी अर्थव्यवस्था के बावजूद जयपुरिया प्रबंधन संस्थान इस साल लखनऊ, नोएडा, जयपुर और इंदौर के अपने चार परिसरों में 945 से अधिक विद्यार्थियों को प्रमुख कंपनियों में प्लेसमेंट दिलाने में कामयाब रहा और बाकी विद्यार्थियों के लिए भी प्लेसमेंट अभी जारी है।
ग्रेजुएट हो चुके इस बैच को ई-कॉमर्स, एफएमसीजी, खुदरा और विनिर्माण, बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं, बीमा, विश्लेषिकी और परामर्श में विभिन्न प्रतिष्ठित भूमिकाओं की पेशकश की गई है। कुछ प्रमुख कॉरपोरेट्स में फ्लिपकार्ट, डेलॉइट, हेनकेल, एचडीएफसी आदि शामिल हैं।
दीक्षांत समारोह के दौरान विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए इंटीग्रल एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष शरद जयपुरिया ने 2019-2021 बैच के सभी स्नातकों का स्वागत किया और कहा, दुनिया अपर्याप्तता, परिवर्तन, समायोजन के दौर से गुजरी है, लेकिन साथ ही साथ दुनिया जीने, काम करने, साझा करने और टिके रहने के नए तरीकों को अपना रही है।
इस मौके पर उदाहरण के तौर पर उन्होंने कहा कि किसान एक बीज को दफनाता है लेकिन साथ ही उसे दफन करने के बजाय ये माना जाता है कि उसे रोपा गया है।
वह कहते हैं, अपनी स्थिति से हमें यह महसूस करना चाहिए कि कठिन परिस्थितियां हमें दफनाने के लिए नहीं, बल्कि हमें रोपने के लिए होती हैं। आशा रखने का मतलब यह है कि भविष्य में कुछ अच्छा होगा। सीखने की शैली में बदलाव और जूम को अपनाना अपने आप में एक अनंत आशा है।
इसी के साथ उन्होंने वर्चुअली बैच को शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने आगे यह भी कहा, जब हम अपने विद्यार्थियों को मैनेजमेंट की डिग्रियां प्रदान करते हैं, तो इस पल का एहसास काफी मिला-जुला सा होता है क्योंकि हम जानते हैं कि वे आगे बढ़ेंगे और अपने चुने हुए विभिन्न करियरों के रास्ते जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट का नाम रोशन करेंगे।
इस स्वागत भाषण के बाद उपाध्यक्ष श्रीवत्स जयपुरिया ने जयपुरिया प्रबंधन संस्थान की वर्ष 2020-2021 की प्रगति पर एक रिपोर्ट साझा की।
उन्होंने कहा, शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के दौरान हमारे संस्थान - लखनऊ, नोएडा, जयपुर और इंदौर की प्रगति की रिपोर्ट करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। कोविड महामारी के खतरनाक दौर सहित विभिन्न चुनौतियों के बावजूद जयपुरिया संस्थान ने अपनी प्रतिक्रिया में लचीलापन और अनुकूलन क्षमता दिखाया है और अपने 90 प्रतिशत विद्यार्थियों को प्लेसमेंट दिलाया है। हमने इस अनिश्चित समय के दौरान अपने हितधारकों विशेषकर अपने विद्यार्थियों के हितों की लगातार सेवा करने का प्रयास किया है। ब्लू चिप और नए जमाने की कंपनियों सहित 230 कंपनियों ने अब तक अपनी भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली है।
उन्होंने आगे कहा, संस्थान को भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय भर्ती एजेंसियों से भी मान्यता मिली है। नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क इंडिया ने हमारे सभी चार परिसरों को शीर्ष 75 का स्थान दिया है और इसी के साथ देश के शीर्ष 100 प्रबंधन संस्थानों में सभी आईआईटी और आईआईएम सहित यह तीसरा परिसर है और अब हमें 2020-21 के रैंकिंग की प्रतीक्षा हैं, जो बहुत जल्द जारी होने वाली है।
उपाध्यक्ष ने आगे यह भी कहा, हम मानते हैं कि हमारे छात्रों का वैश्विक प्रदर्शन होना चाहिए और इसके लिए हमने न्यूजीलैंड में अरा बिजनेस स्कूल और फ्रांस के एक बिजनेस स्कूल के साथ सहयोग किया है। इस सहयोग में संकाय और छात्र विनिमय, मुख्य शिक्षण और अनुसंधान सहयोग शामिल हैं। मैं वर्ष 2020-21 के दौरान किए गए प्रयासों के लिए छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों, कर्मचारियों और नेतृत्व टीम का आभारी हूं । अंत में स्नातक की डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देना चाहता हूं और आपकी यात्रा में सफलता की कामना करता हूं।
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