मध्य प्रदेश की राजनीति में किसी दौर में जबलपुर युवा और छात्र राजनीति का केंद्र हुआ करता था, यहां भाजपा द्वारा आयोजित यूथ कनेक्ट ने एक बार फिर यहां की युवा राजनीति को चर्चा में ला दिया है।
वैसे तो आजादी की लड़ाई के दौरान और मध्य भारत की सियासत का बड़ा केंद्र रहा है जबलपुर। मध्य प्रदेश के गठन के समय इससे राजधानी बनाने की भी बात चली थी मगर ऐसा हो नहीं पाया। मध्य प्रदेश के अस्तित्व में आने के बाद भोपाल भले राजधानी बन गया हो मगर सियासत का बड़ा केंद्र जबलपुर रहा।
जबलपुर में 70 के दशक में युवा राजनीति जोर पकड़े हुए थी, शरद यादव जैसे युवा यहां सक्रिय थे और आपातकाल लागू हुआ तो शरद यादव को जेल जाना पड़ा। वर्ष 1977 के आपातकाल के बाद के लोकसभा चुनाव में यहां से शरद यादव ने जीत दर्ज की। इसके बाद शरद यादव राष्ट्रीय राजनीति में चमके, क्योंकि यादव उस समय के सबसे युवा सांसदों में से थे।
उसके बाद 80 के दशक में यहां से समाजवादी नेता गोविंद यादव, वर्तमान के केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल और कांग्रेस के पूर्व मंत्री रत्नेश सालोमन ने युवा राजनीति को नई पहचान दिलाई। गोविंद यादव बताते हैं कि जबलपुर वह इलाका है जहां युवा राजनीति हर समय परवान चढ़ती रही है। 80 और 90 के दशक में उन्होंने समाजवादी विचारधारा को आगे रखकर लड़ाई लड़ी तो उसी दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता के तौर पर विष्णु दत्त शर्मा ने कमान संभाली। सरकारों से टकराव यहां के युवाओं के स्वभाव में रहा है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष शर्मा जबलपुर से छात्र नेता के तौर पर पहचान बनाने में सफल रहे। कुल मिलाकर यहां की युवा राजनीति में सक्रिय रहे नेताओं ने राष्ट्रीय फलक पर अपनी पहचान बनाने में कामयाबी हासिल की।
महाकौशल में एक बार फिर युवा राजनीति हिलोरें मार रही है और इसके लिए भाजपा जबलपुर को केंद्र बनाने की तैयारी में है। भाजयुमो के यूथ कनेक्ट कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने यहां की युवा राजनीति और संघर्ष का खुलकर जिक्र किया। आने वाले समय में कांग्रेस और झूठ फैलाने वालों को यही युवा तरुणाई जवाब देगी। साथ ही यह भी बताया कि मंच पर मौजूद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी छात्र राजनीति से ही अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत की थी और आज पार्टी के सर्वोच्च पद पर हैं।
इस मौके पर भाजयुमों के कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि, युवा देश और समाज की रीढ़ की हड्डी होती है, युवा ही कल का भविष्य है। भारत युवाओं का देश है, युवाओं में बदलाव की ताकत होती है, इसे युवाओं को जानना होगा।
महाकौशल पर बारीक नजर रखने वाले राजनीतिक विश्लेषक साजी थॉमस का कहना है की जबलपुर छात्र और युवा राजनीति का केंद्र रहा है अब विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की चुनाव खत्म हो गए हैं, इसलिए यहां युवा राजनीति कमजोर पड़ चुकी है, मगर भाजपा ने युवाओं को जोड़ने वाला कार्यक्रम आयोजित कर एक बार फिर जबलपुर की युवा राजनीति की चर्चा को हवा दे दी है।
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Source : IANS