वित्त मंत्रालय के साथ रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभालते आ रहे अरुण जेटली ने निर्मला सीतारमण को देश का रक्षा मंत्री बनाए जाने पर कहा वह अपने काम और प्रदर्शन के दम पर यहां तक पहुंची हैं।
जेटली ने बतौर रक्षा मंत्री अपने कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि उन्होंने इस दौरान आनंद उठाया, लेकिन उनके लिए रक्षा और वित्त मंत्रालय दोनों प्रभारों को लंबे समय तक साथ संभालना आसान नहीं था।
जेटली ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा, 'मैंने रक्षा मंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल के हर क्षण का आनंद उठाया। मुझे लगता है कि उस मंत्रालय की व्यवस्थाएं सर्वोत्तम है और मुझे संतुष्टि है कि एक छोटे कार्यकाल में ही हमने रणनीतिक भागीदारी से लेकर वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, वेतन आयोग की सिफारिशों से संबंधित गड़बड़ियों को दूर करने जैसे काफी काम किए।'
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जेटली ने कहा, 'वित्त मंत्रालय एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है और इन दोनों मंत्रालयों की जिम्मेदारी एक साथ लंबे समय तक संभालना संभव नहीं था। प्रधानमंत्री यह बात समझते हैं।'
जेटली ने साथ ही कहा कि वह खुश हैं कि उनकी उत्तराधिकारी बेहद 'योग्य' हैं।
सीतारमण वित्त और कॉरपोरेट मामलों की राज्य मंत्री के तौर पर जेटली के साथ काम कर चुकी हैं।
इस महत्वपूर्ण पद पर सीतारमण की नियुक्ति की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, 'यह केवल महिलाओं के लिए ही नहीं, बल्कि देश के लिए काफी अच्छी बात है। इससे विश्वभर में एक सकारात्मक संदेश जाएगा।'
केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा समिति (सीसीएस) में अब दो महिला मंत्री (विदेश मंत्री) सुषमा स्वराज और सीतारमण होंगी।
इस पर जेटली ने कहा, 'सीसीएस में शामिल दोनों महिलाओं ने अपनी योग्यता साबित की है। दोनों महिलाओं को उनकी कुशलता के लिए जाना जाता है, जिन्होंने अपनी एक खास जगह बनाई है।'
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HIGHLIGHTS
- अरुण जेटली ने कहा वित्त मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय को संभालना बेहद मुश्किल
- पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के इस्तीफे के बाद वित्त मंत्री जेटली को मिली थी रक्षा मंत्रालय की कमान
Source : News Nation Bureau