आंध्र प्रदेश के जगहों पर आयकर विभाग की छापेमारी को लेकर नायडू सरकार ने केंद्र को निशाने पर लिया. शुक्रवार को आंध्र प्रदेश कैबिनेट की बैठक हुई. जिसमें कहा गया कि मोदी सरकार राज्य के विकास में बाधा डालने का काम कर रही है. आंध्र प्रदेश के सूचना और जनसंपर्क मंत्री कलावा श्रीनिवासुलु ने कैबिनेट की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि कई लोग (केंद्र) विभाजन के बावजूद आंध्र प्रदेश के विकास को पचा नहीं पा रहे हैं. ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश से प्रतिशोध ले रहे हैं.
कलवा श्रीनिवासुलु ने आगे कहा,' राज्य कारोबार के क्षेत्र में कुशल नेतृत्व की वजह से अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. निवेशकों को कानून और व्यवस्था का बेहतर आश्वासन मिल रहा है. ऐसे समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बदला लेने वाले विचार और आईटी के छापे की वजह से राज्य में विकास बाधित कर देगा.'
और पढ़ें : संतों को मोदी सरकार को अल्टीमेटम, कहा- राम जन्मभूमि पर मंदिर के लिए कानून बनाए
उन्होंने कहा कि सैकड़ों की संख्या में आईटी के खोजी कुत्ते राज्य में घुस आए. जिसकी वजह से निवेशक, बिजनेसमैन, उद्यमी के बीच मानसिक डर हो गया है. कैबिनेट की बैठक में मंत्रियों ने महसूस किया कि केंद्र सरकार के इशारों पर कराया गया आईटी छापेमारी एक खास मकसद के लिए किया जा रहा है.
मंत्री ने आगे कहा कि आईटी छापेमारी करके राज्य को विकास से दूर करने जैसा है. हमें लगता है कि आईटी की छापेमारी व्यवसायियों के दिमाग में आतंक और भय पैदा करने के एक दुर्भाग्यपूर्ण इरादे से आयोजित किए जा रहे हैं.
कलवा श्रीनिवासुलु ने कहा कि हम अपनी तरफ से इसे रोकने के लिए कोई हथियार इस्तेमाल नहीं करेंगे, लेकिन हम ऐसे हमलों का सामान करेंगे. केंद्र सरकार मनोवैज्ञानिक दबाव पैदा करने की कोशिश कर रही है. कुछ कंपनियों पर आईटी की छापेमारी हो रही है वो मुद्दा नहीं है. लेकिन केंद्र की विरोधाभाषी नेचर मुख्य मुद्दा है.
बता दे कि पिछले दो दिनों से आईटी डिपार्टमेंट आंध्र प्रदेश के कई बिजनेस फॉर्म पर छापेमारी की है.
और पढ़ें : UN में भारत के रुख से तिलमिलाए पाकिस्तान ने लाहौर में भारतीय उच्चायुक्त का लेक्चर किया रद्द
Source : News Nation Bureau