ISRO बुधवार को लांच करेगा RISAT-2BR-1, दुश्मन की हर गतिविधि पर होगी पैनी नजर
इसरो के PASLV ने बीते बुधवार सुबह Cartosat-3 सेटेलाइट को पृथ्वी की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया.
नई दिल्ली:
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (Indian Space Research Organisation) ने भारत के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) 11 दिसंबर को देश के नवीनतम जासूसी उपग्रह आरआईएसएटी-2बीआर1 (RISAT-2BR1) और 9 अन्य विदेशी जासूसी उपग्रहों को एकसाथ लांच करेगा. यह जानकारी भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (ISRO) ने दी. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के मुताबिक, रॉकेट पीएसएलवी-सी48 अपरान्ह 3.25 बजे आरआईएसएटी-2बीआर1 के साथ उड़ान भरेगा. आआईएसएटी-2बीआर1 (RISAT-2BR1), एक रडार इमेजिंग पृथ्वी निगरानी उपग्रह है, जिसका वजन 628 किलो है. रॉकेट, आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा रॉकेट पोर्ट के पहले लॉन्च पैड से लांच किया जाएगा होगा और आरआईएसएटी-2बीआर1 को 576 किमी की कक्षा में स्थापित करेगा. उपग्रह की आयु पांच साल की होगी.
Indian Space Research Organisation (ISRO): Top view of PSLV C48, prominently featuring the bulbous payload fairing that houses RISAT 2BR1 & 9 customer satellites. Launch at 1525 hours IST (Indian Standard Time) on December 11, 2019. pic.twitter.com/mjSdOD581Y
— ANI (@ANI) December 9, 2019
आपको बता दें कि भारतीय उपग्रह के साथ नौ विदेशी उपग्रह भी भेजे जाएंगे, जिसमें अमेरिका (मल्टी-मिशन लेमूर-4 उपग्रह), टेक्नोलॉजी डिमॉस्ट्रेशन टायवाक-0129, अर्थ इमेजिंग 1हॉपसैट), इजरायल (रिमोट सेंसिंग डुचिफट-3), इटली (सर्च एंड रेस्क्यू टायवाक-0092) व जापान (QPS-SAR एक रडार इमेजिंग अर्थ ऑब्जरर्वेशन सैटेलाइट) भी शामिल हैं. इन अंतर्राष्ट्रीय उपभोक्ता उपग्रहों को एक वाणिज्यिक व्यवस्था के साथ न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) के तहत लॉन्च किया जा रहा है.
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बता दें कि इसरो के PASLV ने बीते बुधवार सुबह Cartosat-3 सेटेलाइट को पृथ्वी की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया. इसके साथ ही इसरो ने अमेरिका के 13 वाणिज्यिक छोटे उपग्रहों को भी उनकी निर्धारित कक्षा में स्थापित कर दिया. पीएसएलवी-सी47 को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र शार से बुधवार सुबह 9.28 बजे अंतरिक्ष के लिए छोड़ा गया. इस दौरान आसमान में बादल छाए हुए थे. काटरेसैट-3 उपग्रह उच्च गुणवत्ता की तस्वीरें लेने की क्षमता से लैस तीसरी पीढ़ी का उन्नत उपग्रह है। यह 509 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित कक्षा में 97.5 डिग्री पर स्थापित होगा.
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आपको बता दें कि पृथ्वी पर नजर रखने वाले भारत के उपग्रह Cartosat-3 तीसरी पीढ़ी का बेहद चुस्त और उन्नत (Updated) उपग्रह है जिसमें हाई रिजोल्यूशन तस्वीर लेने की क्षमता है. इस कार्टोसैट श्रृंखला का नौवां उपग्रह है जिसे यहां से 120 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के द्वितीय लांच पैड से प्रक्षेपित किया जाएगा.
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