ये इसरो ही नही भारत के लिये भी गर्व की बात होगी जब इसरो फरवरी में एक साथ 103 सैटेलाइट्स लॉन्च करेगा। इन सैटेलाइट्स में से 100 सेटेलाइट्स विदेश जिसमें अमेरिका और जर्मनी भी शामिल है। इनमें से सिर्फ 3 सेटेलाइट भारत के हैं।
इसरो अगले महीने के पहले सप्ताह में इन सैटेलाइट्स लॉन्च करेगा जोकि एक रेकॉर्ड होगा। आंध्र प्रदेश के श्री हरिकोटा से PSLV-C37 से इसे लॉन्च किया जाएगा।
इसरो के लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम के निदेशक एस सोमनाथ ने बताया, "हम सैटेलाइट लॉन्च कर शतक लगाएंगे। एक साथ 100 से अधिक सैटेलाइट लॉन्च करेंगे।
पहले जनवरी में इसरो 83 सैटेलाइट लॉन्च करने की तैयारी में था। लेकिन 20 और विदेशी सैटेलाइट्स आने के बाद लॉन्च की तारीख को बढ़ा दिया गया। फरवरी के पहले सप्ताह में सैटेलाइट लॉन्च कर दिये जाएंगे।
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ऐसा माना जा रहा है कि 2014 में मंगल की कक्षा में रखे स्थापित किये गए मंगलयान के बाद इसरो का ये सबसे बड़ा अभियान होगा। मंगलयान इसरो का एक महत्वाकांक्षी आभियान था जिसमें भारत को पहली ही कोशिश में सफलता मिली।
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अभी तक सबसे ज्यादा सैटेलाइट लॉन्च करने का रेकॉर्ड रूस के पास है, जिसने 2014 में एक साथ 37 सैटेलाइट पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया था।
दूसरे नंबर पर अमेरिका है जिसने 2013 में एक साथ 29 सैटेलाइट पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया था।
इसरो के अभियान की सफलता पर विश्व सैटेलाइट इंडस्ट्री में आने वाले समय में भारत की साख बढ़ेगी और उसे दूसरे देशों के सैटेलाइट लॉन्च करने का ऑर्डर भी मिलेगा।
2015 के आंकड़ों के अनुसार इस समय विश्व में सैटेलाइट लॉन्चिंग का व्यापार 208 बिलियन डॉलर का है।
भारत के पास इस समय 500 करोड़ रुपये के सैटेलाइट लॉन्च करने का ऑर्डर है, जिसके बढ़कर इससे दोगुनी होने की उम्मीद जताई जा रही है। सबसे बड़ी बात ये है कि दूरे देशों की अपेक्षा भारत में सैटेलाइट लॉन्च करना काफी सस्ता पड़ता है।
Source : News Nation Bureau