अक्टूबर में खिसका चंद्रयान-2 का लॉन्च, विशेषज्ञों ने सुझाये परीक्षण

अप्रैल में होने वाले चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण को विशेषज्ञों द्वारा कुछ परीक्षणों का सुझाव दिए जाने के बाद अक्टूबर तक टाल दिया गया है।

अप्रैल में होने वाले चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण को विशेषज्ञों द्वारा कुछ परीक्षणों का सुझाव दिए जाने के बाद अक्टूबर तक टाल दिया गया है।

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ruchika sharma
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अक्टूबर में खिसका चंद्रयान-2 का लॉन्च, विशेषज्ञों ने सुझाये परीक्षण

अक्टूबर में खिसका चंद्रयान-2 का लॉन्च (ISRO)

अप्रैल में होने वाले चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण को विशेषज्ञों द्वारा कुछ परीक्षणों का सुझाव दिए जाने के बाद अक्टूबर तक टाल दिया गया है। इसरो के अध्यक्ष के.सिवान ने कहा, विशेषज्ञों ने कुछ परीक्षण सुझाये है जिसके कारण प्रक्षेपण अब अक्टूबर में होगा।

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पीएम कार्यालय में राज्य मंत्री और अंतरिक्ष विभाग के प्रभारी जितेन्द्र सिंह ने कहा था कि अप्रैल में इसरो पहली बार चन्द्रमा के दक्षिण ध्रुव पर यान उतारने की कोशिश करेगा।

सिवन ने पहले कहा था कि 800 करोड़ रुपये की लागत वाले इस मिशन के प्रक्षेपण का वक्त अप्रैल से नवंबर 2018 के बीच होगा। इसरो के अनुसार, चन्द्रयान-2 पूरी तरह से स्वदेश में बनाया गया है । चन्द्रयान-2 अंतरिक्ष यान का वजन करीब 3,290 किलोग्राम है।

बता दें कि भारत का पहला चंद्र मिशन यानि चंद्रयान-1 अंतरिक्ष यान अभी भी चंद्रमा का परिक्रमा कर रहा है। नासा के वैज्ञानिकों को अंतरग्रही राडार की नई प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से लापता चंद्रयान का पता लगाया था। इस चंद्रयान को सामान्य रूप से गायब मान लिया गया था।

चंद्रयान-1 को 22 अक्टूबर 2008 को छोड़ा गया था और मुश्किल से साल भर बाद ही 29 अगस्त 2009 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का इससे संपर्क टूट गया था।

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Source : News Nation Bureau

isro Chandrayaan 2
      
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