मौसम संबंधी उपग्रह स्कैटसैट-1 सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सोमवार सुबह देश के मौसम संबंधी उपग्रह स्कैटसैट-1 तथा अन्य सात उपग्रहों को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया।
नई दिल्ली:
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सोमवार सुबह देश के मौसम संबंधी उपग्रह स्कैटसैट-1 तथा अन्य सात उपग्रहों को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया। इनमें पांच विदेशी और तीन घरेलू उपग्रह शामिल हैं।
पीएसएलवी का प्रक्षेपण आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा स्थित रॉकेट लांच पैड से किया गया और इसी के साथ भारत ने सफलतापूर्वक एकल रॉकेट मिशन से एक और उपग्रह का प्रक्षेपण कर दिया। इसे भारत के 100 विदेशी उपग्रह प्रक्षेपण के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में मील के पत्थर के रूप में देखा जा रहा है।
इस सफलता के साथ भारत अंतर्राष्ट्रीय ग्राहकों के लिए कुल 79 उपग्रह सफलतापूर्वक लांच कर चुका है। प्रक्षेपण की दिलचस्प बात यह रही कि पीएसएलवी का यह अबतक का सबसे लंबा प्रक्षेपण रहा, जिसमें दो घंटे और 15 मिनट का समय लगा।
इसरो के अध्यक्ष ए.एस. किरण कुमार ने कहा, "यह एक ऐतिहासिक दिन है। पीएसएलवी रॉकेट से हमने आठ उपग्रहों के प्रक्षेपण में सफलता हासिल की है।" अध्यक्ष ने कहा, "दो घंटे लंबे अंतराल बाद पूरा मिशन सफलतापूर्वक संपन्न हो गया है।"
विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) के निदेशक के. सिवन ने कहा, "यह मिशन रोमांचक और सबसे लंबे समय का रहा। इस साल का दूसरा ऐतिहासिक मिशन जीएसएलवी-एमके 3 रॉकेट हो सकता है।"
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Rang Panchami 2024: आज या कल कब है रंग पंचमी, पूजा का शुभ मुहूर्त और इसका महत्व जानिए
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें ये 5 बड़ी बातें
-
Surya Grahan 2024: सूर्य ग्रहण 2024 किन राशि वालों के लिए होगा लकी
-
Bhavishya Puran Predictions: भविष्य पुराण के अनुसार साल 2024 की बड़ी भविष्यवाणियां