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कट्टरपंथियों ने मांगा अलग 'मुस्लिम मालाबार राज्य', नहीं तो छिड़ेगा संघर्ष

मोपला विद्रोह की 100वीं बरसी पर केरल से ही मुस्लिम बहुसंख्यक मालाबार को राज्य से अलग कर नए राज्य के रूप में मान्यता देने की मांग उठी है.

Updated on: 21 Feb 2021, 10:18 AM

highlights

  • मुस्लिम बहुसंख्यक मालाबार को नए राज्य के रूप में मान्यता देने की मांग
  • कट्टरपंथी संगठन समर्थित समस्त केरल सुन्नी स्टूडेंट फेडरेशन ने मांग की
  • मांग नहीं माने जाने पर तेलंगाना सरीखे आंदोलन की दी चेतावनी

नई दिल्ली:

हिंदुओं (Hindu) के खिलाफ मुसलमानों (Muslim) के पहले जिहाद (Jihad) करार दिए गए मोपला विद्रोह की 100वीं बरसी पर केरल से ही मुस्लिम बहुसंख्यक मालाबार को राज्य से अलग कर नए राज्य के रूप में मान्यता देने की मांग उठी है. कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन समर्थित समस्त केरल सुन्नी स्टूडेंट फेडरेशन (SKSSF) ने मांग की है कि अगर मालाबार को अलग राज्य के रूप में मान्यता नहीं दी जाती है, तो तेलंगाना की तरह आंदोलन चलाया जाएगा. SKSSF के मुखपत्र सत्यधारा के संपादक अनवर सादिक फैजी की अलग मालाबार राज्य की मांग से राज्य में सियासी तापमान उठ खड़ा हुआ है. मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के निशाने पर आने वाली केरल (Kerala) सरकार के लिए यह एक नया संकट आन खड़ा हुआ है.  

कट्टर इस्लाम का पोषक है एसकेएसएसएफ
फैजी ने अपने फेसबुक अकाउंट में मालाबार को अलग मुस्लिम राज्य बनाने की मांग करते हुए लिखा है कि नए राज्य की राजधानी कोझिकोड़ होगी. अलग मुस्लिम राज्य की मांग की वकालत करते हुए वह लिखते हैं कि मालाबार में बहुसंख्यक मुस्लिम होने की वजह से यह बात काफी समय से लंबित पड़ी है. SKSSF की स्थापना 1989 में हुई थी और यह संगठन इस्लाम के धार्मिक पहलुओं पर अपने कट्टर नजरिये के जाना जाता है. यह भी कोई छिपी बात नहीं है कि एसकेएसएसएफ मुस्लिम लीग को राजनीतिक स्तर पर समर्थन देते आया है. फैजी ने केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन की मालाबार के हितों की अनदेखी करने को लेकर आलोचना भी की है. खासकर मालाबार की शिक्षा व्यवस्था को लेकर उन्होंने राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. 

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विजयन सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाता आया
फैजी विजयन सरकार पर तीखा हमला करते हुए तर्क देते हैं कि केरल सरकार सूबे के दक्षिणी भाग को कहीं अधिक महत्व देती है. इसके बावजूद कि उत्तरी मालाबार में सबसे ज्यादा विधानसभा सीट हैं. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अलग मालाबार राज्य की मांग को लेकर स्थानीय लोग तेलंगाना की मांग की तर्ज पर सड़कों पर आंदोलन चलाएंगे. फैजी केरल सरकार पर उत्तर-दक्षिण में भेदभाव करने का आरोप मुखर तौर पर लगाते आए हैं. मालाबार के विकास के मापडंदों पर पिछड़ने होने की दुहाई देते हुए फैजी ने विजयन सरकार से विशेष आर्थिक पैकेज की मांग भी की है. 

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पहले भी उठती रही मुस्लिम बाहुल्य राज्य की मांग
यह कोई पहली बार नहीं है जब मुस्लिम संगठनों ने मुसलमान बाहुल्य मालाबार क्षेत्र को केरल से अलग कर नए राज्य की मान्यता देने की मांग की है. फैजी तो इसकी अगली कड़ी हैं. इस्लामिक कट्टरपंथी अलग मालाबार राज्य की मांग काफी समय से करते आ रहे हैं. वह चाहते हैं कि कसारगोड़, कन्नूर, वायनाड, कोझिकोड़ और मल्लारपुरम को उत्तरी मालाबार से अळग कर नए राज्य बतौर मान्यता दे दी जाए. इन जिलों में मुस्लिम बहुसंख्यक हैं. गौरतलब है कि 20 फरवरी को ही हिंदुओं के खिलाफ मुसलमानों के पहले जिहाद करार दिए गए मोपला विद्रोह की 100वीं बरसी थी. इस कथित विद्रोह में हजारों हिंदुओं का कत्ल किया गया था और महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ था.