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इस्लामी देशों के एक संगठन ने कहा है कि म्यांमार रोहिंग्या मुसलमानों के साथ जिस तरह का व्यवहार कर रहा है वो 'अंतरराष्ट्रीय कानूनों का गंभीर और खुला उल्लंघन' है। साथ ही इस समस्या के समाधान के लिेये अंतरराष्ट्रीय समर्थन का आह्वान किया है।
इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी ) ने बांग्लादेश में दो दिन के सम्मेलन के बाद रविवार को एक संयुक्त संयुक्त बयान जारी किया। बांग्लादेश में 7 लाख रोहिंग्या मुसलमान शरणार्थी के तौर पर रह रहे हैं।
बयान में कहा गया है कि संगठन म्यांमार में हो रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर संयुक्त राष्ट्र और दूसरे मंचों पर काम करता रहेगा। संगठन ने अंतरराष्ट्रीय बयानों को दाहराते हुए कहा है कि म्यांमार में नस्ली सफाया किया जा रहा है।
बांग्लदेश के विदेश मंत्री ए एच महमूद एली ने कहा कि प्रतिनिधियों ने 'रोहिंग्याओं के भारी संख्या में आने को लेकर' उनके साथ खड़े रहने की प्रतिबद्धता जताई है।
म्यांमार में राखाइन क्षेत्र में रोहिंग्या मुस्लिमों के खिलाफ अभियान चला रखा है जब रोहिंग्या आतंकियों ने अगस्त में सेना और सरकारी संस्थानों पर हमला कर दिया था।
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Source : News Nation Bureau