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दिल्ली धमाके में हो सकता है ISIS और अलकायदा का हाथ, जांच में मिले अहम सबूत

इजरायली दूतावास के पास हुए धमाके में मिलिट्री ग्रेड विस्फोटक का इस्तेमाल किया दुनियाभर में मिलिट्री ग्रेड विस्फोटक का इस्तेमाल सिर्फ सेनाएं ही करती हैं, इसे PETN कहा जाता है.

Updated on: 31 Jan 2021, 09:23 AM

नई दिल्ली:

शुक्रवार शाम को दिल्ली (Delhi) में इजरायली दूतावास (Embassy of Israel) के पास हुए बम धमाके के बाद देशभर में अलर्ट जारी कर दिया गया है. भारत के साथ-साथ इजरायल की एजेंसियां भी धमाके (Blast) की जांच में जुटी हुई हैं. धमाके की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस को अहम जानकारी मिली है. बताया जा रहा है कि इजरायली दूतावास के पास हुए धमाके में मिलिट्री ग्रेड विस्फोटक (Military Grade Explosive) का इस्तेमाल किया गया था.

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दुनियाभर में मिलिट्री ग्रेड विस्फोटक का इस्तेमाल सिर्फ सेनाएं ही करती हैं, इसे PETN कहा जाता है. PETN ऐसा पदार्थ है जो बाजारों में नहीं मिलता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक अल-कायदा भी अपने विस्फोटकों में इसी पदार्थ का इस्तेमाल किया करती थी. दिल्ली में हुए धमाके में 9 वोल्ट की 'हाई-वॉट' बैट्री का भी इस्तेमाल किया गया था. अमूमन, इस बैट्री को रेडियो ट्रांजिस्टर के लिए इस्तेमाल किया जाता है. सूत्रों की मानें तो दिल्ली बम धमाके में ISIS और अलकायदा का भी हाथ हो सकता है.

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बताया जा रहा है कि इंडियन मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा भी विस्फोटकों में 'हाई-वॉट' बैट्री का इस्तेमाल किया करते थे. इंडियन मुजाहिदीन अपने धमाकों में ज्यादातर अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल करता था, जो आसानी से मिल जाता है. दिल्ली धमाके में भी अमोनियम नाइट्रेट होने के सबूत मिले हैं. जांच में ये भी मालूम चला कि दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय स्तर का हमला करने की साजिश रची गई थी. हालांकि, साजिशकर्ताओं ने फिलहाल दहशत फैलाने के लिए इजरायली दूतावास के पास धमाका किया.