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ISI की पंजाब को दहलाने की नई आतंकी साजिश, स्लीपर सेल किए सक्रिय

सूत्रों ने खुफिया इनपुट का हवाला देते हुए कहा कि आईएसआई रेलवे पटरियों को निशाना बनाने पर विचार कर रही है, खासकर जब मालगाड़ियां गुजर रही हों.

Updated on: 23 May 2022, 02:36 PM

highlights

  • रेलवे ट्रैक को निशाना बनाने के दिए स्लीपर सेल को निर्देश
  • हथियार, गोला-बारूद और आईआईडी हरियाणा में पकड़े गए

नई दिल्ली:

खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) खालिस्तानी ओवर ग्राउंड वर्कर्स या स्लीपर सेल को पंजाब और आसपास के राज्यों में रेलवे ट्रैक को निशाना बनाकर भारत को गंभीर नुकसान पहुंचाने की योजना बना रही है. सुरक्षा नेटवर्क के सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है. सूत्रों ने खुफिया इनपुट का हवाला देते हुए कहा कि आईएसआई रेलवे पटरियों को निशाना बनाने पर विचार कर रही है, खासकर जब मालगाड़ियां गुजर रही हों. सूत्रों ने आगे कहा कि आईएसआई लाहौर में छिपे आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंडा के साथ खालिस्तान के स्लीपर सेल और ओजीडब्ल्यू को भारी धनराशि की पेशकश कर रही है.

जहां राज्य सरकार और रेलवे सुरक्षा बलों को पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में रेल नेटवर्क पर निगरानी बढ़ाने के लिए कहा गया है, वहीं राज्यों के भारतीय रेलवे के मंडल कार्यालयों को तत्काल प्रभाव से पटरियों पर गश्त बढ़ाने का निर्देश दिया गया है. सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जुटाए गए साक्ष्य साबित करते हैं कि भारत विरोधी तत्व (एआईई) पंजाब में शांति और सद्भाव को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं. अधिकारियों ने कहा कि मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर रॉकेट चालित ग्रेनेड हमले ने यह भी गवाही दी कि पंजाब में इन आतंकवादियों को आईएसआई द्वारा प्रदान किए गए ड्रोन द्वारा हथियार, गोला-बारूद और नशीले पदार्थ भारत में धकेले गए हैं.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'जब उन्हें (आईएसआई) जम्मू-कश्मीर में सफलता नहीं मिली, तो उन्होंने सीमावर्ती राज्य में आतंकवाद को बहाल करने के लिए अपना ध्यान पंजाब पर केंद्रित कर दिया और इस कार्य में विदेशों से काम कर रहे सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) बब्बर खालसा और अन्य जैसे सिख आतंकवादी संगठन पंजाब के गुमराह युवाओं को हथियार उठाने और राज्य में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने में मदद कर रहे हैं.' उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में हरियाणा के करनाल जिले से चार सिख आतंकवादियों की गिरफ्तारी के साथ-साथ हथियारों, गोला-बारूद और आईईडी के विशाल जखीरे से पता चलता है कि वे (खालिस्तानी आतंकवादी) अन्य राज्यों में भी अपने नेटवर्क का विस्तार कर रहे हैं.