'हलाल' पर अंधाधुंध कमाई क्या देश की सुरक्षा के लिए खतरा है? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas
हलाल सर्टिफिकेशन के बाद उत्पादों की कीमत बढ़ जाती है, क्योंकि पूरी प्रक्रिया में पैसे लगते हैं जो कंपनियां ग्राहकों से वसूलती हैं. हलाल सर्टिफिकेशन कारोबार का कोई नियामक नहीं है, जिससे वहां के पैसे की कमाई का कोई रेगुलेशन नहीं होता है.
देश की बहस (Photo Credit: न्यूज स्टेट)
नई दिल्ली:
हलाल सर्टिफिकेशन के बाद उत्पादों की कीमत बढ़ जाती है, क्योंकि पूरी प्रक्रिया में पैसे लगते हैं जो कंपनियां ग्राहकों से वसूलती हैं. हलाल सर्टिफिकेशन कारोबार का कोई नियामक नहीं है, जिससे वहां के पैसे की कमाई का कोई रेगुलेशन नहीं होता है. आरोप इस बात के भी लगाए जा रहे हैं कि इन कारोबार के पैसे का इस्तेमाल आंतकवाद और गैर कानूनी इस्लामिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है. 'हलाल' पर अंधाधुंध कमाई क्या देश की सुरक्षा के लिए खतरा है? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas... यहां पढ़ें मुख्य.
- हलाल एक बहुत गंभीर मामला है : डॉ विजय सोनकर शास्त्री, नेता, बीजेपी
- हलाल के अलावा झटके का मांस खाना मुस्लिम में हराम माना गया है : डॉ विजय सोनकर शास्त्री, नेता, बीजेपी
- हमारे देश का कानून बनाया गया था कि आप हलाल का मांस ही एक्सपोर्ट और इनपोर्ट कर सकते हैं : डॉ विजय सोनकर शास्त्री, नेता, बीजेपी पार्लियामेंट में भी
- एक सांसद ने पता लगाया था कि वहां भी हलाल का मांस मिलता है : डॉ विजय सोनकर शास्त्री, नेता, बीजेपी
- क्या हम हलाल की बातों को हराम कह रहे हैं? : डॉ विजय सोनकर शास्त्री, नेता, बीजेपी
- ये हलाल की मांस खाना चाह रहे हैं तो खाए, लेकिन जो झटका का मांस खाना चाह रहे उसे भी खाना चाहिए : डॉ विजय सोनकर शास्त्री, नेता, बीजेपी
- हलाल सिर्फ मीट से जुड़ा मामला नहीं है : आरएसएन सिंह, पूर्व अधिकारी, RAW
- कोरोना वैक्सीन को ये लोग हराम कहेंगे : आरएसएन सिंह, पूर्व अधिकारी, RAW
- सोच, खाने, पहनावे में जिहाद है : आरएसएन सिंह, पूर्व अधिकारी, RAW
- हलाल की नौटंकी सिर्फ हिंदुस्तान में होता है, ये दूसरे देश में नहीं होता है : आरएसएन सिंह, पूर्व अधिकारी, RAW
- ये नौटंकी आप जितना बढ़ाएंगे उतना ही बढ़ेगा : आरएसएन सिंह, पूर्व अधिकारी, RAW
- हिंदू एक संस्कृति है : सुबुही खान, सामाजिक कार्यकर्ता
- हमारे देश में हलाल सर्टिफिकेट की कोई कानूनी मान्यता नहीं है : सुबुही खान, सामाजिक कार्यकर्ता
- हलाल कंपनी के लिंक कट्टरपंथी से भी निकले हैं : सुबुही खान, सामाजिक कार्यकर्ता
- हलाल कंपनी भी अपने यहां मुस्लिम लोगों को ही रोजगार देती है : सुबुही खान, सामाजिक कार्यकर्ता
- संविधान हमें कुछ भी खाने के लिए फ्रीडम देता है : सरदार हरिंदर सिक्का, प्रवक्ता, हलाल नियंत्रण मंच
- आप तो हलाल नाइट क्लब चला रहे हैं : सरदार हरिंदर सिक्का, प्रवक्ता, हलाल नियंत्रण मंच
- हलाल सर्टिफिकेट कांग्रेस का षड्यंत्र है : सरदार हरिंदर सिक्का, प्रवक्ता, हलाल नियंत्रण मंच
- हमारे लिए हलाल हराम है : सरदार हरिंदर सिक्का, प्रवक्ता, हलाल नियंत्रण मंच
- हमारा संविधान हलाल इक्नॉमी करने का परमिशन देता है : एहतेशाम हाशमी, राजनीतिक विश्लेषक
- संविधान साइट टू च्वाइस देता है : डॉ शोएब जमई, अध्यक्ष, IMF
- किसी को आपत्ति नहीं है एमसीडी के प्रस्ताव पर : डॉ शोएब जमई, अध्यक्ष, IMF
- अधिकांश लोगों को हलाल और हराम से कोई आपत्ति नहीं है : डॉ शोएब जमई, अध्यक्ष, IMF
- मैं शास्त्री जी का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने बताया कि हिंदू धर्म में भी झटके का मांस खाना चाहिए : मसूद हाशमी, अध्यक्ष, इत्तेहाद सोसायटी
- अगर इन्हें शरीयत का कानून मानना है तो ये लोग चोरी में इस कानून को क्यों नहीं मानते हैं : ज्ञानेन्द्र प्रकाश, गाजियाबाद, दर्शक
First Published : 29 Dec 2020, 07:42:03 PM
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