इराक के मोसुल में मारे गए 39 भारतीयों की पुष्टि होने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को पत्र लिखकर दुख जताया है और पीड़ित परिवार वालों को आर्थिक मदद की मांग की है।
राज्यसभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जानकारी दी कि 2015 से इराक के मोसुल में लापता हुए 39 भारतीयों को आईएसआईएस ने हत्या कर दी है।
उन्होंने कहा कि रडार की मदद से मारे गए सभी भारतीयों की लाश का पता लगाया, जिन्हें मारकर दफना दिया गया था।
विदेशमंत्री ने बताया, 'जनरल वी के सिंह भारतीयों के शव को वापस लाने के लिए इराक जाएंगे। शवों को लाने वाला प्लेन पहले अमृतसर जाएगा और फिर इसके बाद इसे पटना और कोलकाता भेजा जाएग।'
मारे गए लोगों में 27 लोग पंजाब से हैं, बाकी लोग देश के दूसरे राज्यों से आते हैं।
कैंप्टन अमरिंदर सिंह ने विदेशमंत्री सुषमा स्वराज को लिखे पत्र में कहा है कि मारे गए लोगों के परिवार वालों को आर्थिक मदद दी जाए।
उन्होंने कहा है, 'मैं आपसे निवेदन करना चाहता हूं कि अंतिम संस्कार करने के लिये परिवार वालों को हर संभव सहायता दी जाए। भारत सरकार मारे गए भारतीयों के परिवार वालों को आर्थिक मदद भी दे।'
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जानकारी देते हुए कहा, 'सभी मृत व्यक्तियों के शव को बगदाद भेजा गया। इसके बाद डीएनए की जांच के लिए उनके परिवार के लोगों को वहां भेजा गया। इस पूरी प्रक्रिया में पंजाब, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार की सरकारें शामिल रहीं।'
विदेश मंत्री ने कहा, 'हमें कल ही इस बारे में पता चला कि 38 लोगों के डीएनए मिला लिए गए हैं जबकि एक व्यक्ति का डीएनए 70 फीसदी तक मैच कर गया है।'
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Source : News Nation Bureau