ईरान, चीन और रूस ने समुद्री सुरक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हिंद महासागर में एक संयुक्त नौसैनिक अभ्यास शुरू किया है। द डेली मेल की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
ईरान के सरकारी टीवी ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि इस अभ्यास में उसके 11 जहाज शामिल हैं। इसके अलावा इसमें तीन रूसी जहाज (एक विध्वंसक पोत सहित) और दो चीनी जहाज भी शामिल हैं।
छोटे जहाजों और हेलीकॉप्टरों के साथ इसमें ईरान का रिवोल्यूशनरी गार्ड भी भाग लेगा।
सैन्य अभ्यास रूस और पश्चिम के बीच यूक्रेन के मुद्दे को लेकर बढ़े तनाव के बीच शुरू हुआ है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस चीन और ईरान दोनों से ही जुड़ रहा है और ये दोनों ही ऐसे राष्ट्र हैं, जिनकी पश्चिमी देशों के साथ तनातनी चल रही है।
संयुक्त नौसैनिक अभ्यास हिंद महासागर के उत्तर में लगभग 6,560 वर्ग मील (17,000 वर्ग किलोमीटर) को कवर करेगा और इसमें रात की लड़ाई, बचाव अभियान और अग्निशमन अभ्यास शामिल होंगे।
ईरान के रियर एडमिरल और इस अभ्यास के प्रवक्ता मुस्तफा ताजोल्डिनी ने ईरानी सरकारी टीवी को बताया, इस अभ्यास का उद्देश्य क्षेत्र में सुरक्षा और इसकी नींव को मजबूत करना है और विश्व शांति, समुद्री सुरक्षा का संयुक्त रूप से समर्थन करने और एक समान भविष्य के साथ एक समुद्री समुदाय बनाने के लिए तीन देशों के बीच बहुपक्षीय सहयोग का विस्तार करना है।
यह 2019 के बाद से देशों के बीच तीसरा संयुक्त नौसैनिक अभ्यास है। यह ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी की हाल की रूस यात्रा के साथ मेल खाता है।
आधिकारिक आईआरएनए समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, रायसी ने रूस से लौटने पर शुक्रवार को कहा, तेहरान और मॉस्को के बीच द्विपक्षीय संबंधों में सुधार से क्षेत्र और अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र की सुरक्षा बढ़ेगी।
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Source : IANS