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कोरोना को न्योता: हिल स्टेशन पर भीड़ लाएगी संक्रमण की तीसरी लहर!

देश में अगर कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर आती है, तो इसके जिम्मेदार वो लोग होंगे जो सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ बढ़ा रहा हैं. खासतौर वह लोग जो पिनकनिक मानने के दौरान कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ा रहे हैं.

Updated on: 13 Jul 2021, 05:01 PM

highlights

  • मसूरी में पर्यटकों के कोरोना गाइडलाइंस का जमकर उल्लंघन किया
  • ढील के बीच लोग पर्यटन स्थलों पर घूमने के लिए पहुंचना शुरू कर दिए हैं
  • ज्यादातर लोग COVID नियमों का पालन करते हैं

नई दिल्ली:

देश में अगर कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर आती है, तो इसके जिम्मेदार वो लोग होंगे जो सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ बढ़ा रहा हैं. खासतौर वह लोग जो पिनकनिक मानने के दौरान कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ा रहे हैं. कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर में देश में कोहराम मच गया था. सरकार ने किसी तरह से वैक्सीनेशन अभियान और देश में लॉकडाउन लगाकर इस पर काबू पाया था. अब जैसे ही सरकार ने नियमों में ढील दी देश की आम जनता एक बार फिर से बेकाबू हो गई है और कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन शुरू कर दिया है.

उत्तराखंड के मसूरी में पर्यटकों के कोरोना गाइडलाइंस का जमकर उल्लंघन किया है. कोरोना के मामलों में कमी आने के बाद सरकार से मिली ढील के बाद लोग घूमने निकल पड़े और झरने में नहाना भी शुरू कर दिया वो भी कोरोना प्रोटोकाल तोड़कर. जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तब प्रशासन की नींद टूटी और सख्ती बढ़ाई गई. प्रशासन ने अब कोविड प्रोटोकॉल को सख्त करते हुए मसूरी के कैम्पटी फॉल में एक बार में सिर्फ 50 लोगों को जाने की अनुमति दी है

हिमाचल प्रदेश में कोविड प्रतिबंधों में ढील के बीच लोग पर्यटन स्थलों पर घूमने के लिए पहुंचना शुरू कर दिए हैं. कसौली से आई इन तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि कैसे लोग कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे हैं.एक पर्यटक ने मीडिया से बातचीत में बताया, मैं पहले शिमला गया था, अब मैं यहां हूं. ज्यादातर लोग COVID नियमों का पालन करते हैं, लेकिन 10-20 प्रतिशत लोग अपनी ठुड्डी के आसपास मास्क पहनते हैं. यह बिल्कुल गलत है.