पश्चिम बंगाल के बीरभूम हिंसा में हिंसा और आगजनी में 8 लोगों मौत के मामले में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National HUman Right Commission) ने घटना की जांच करने का ऐलान किया है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस अरुण मिश्रा (Justice Arun Mishra) ने बीरभूम हिंसा (Bir Bhumi Violence) का स्वतः संज्ञान लेते हुए गुरुवार को कहा कि NHRC की एक टीम घटना की जांच करेगी. गौरतलब है कि बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में एक स्थानीय नेता की हत्या से आक्रोषित भीड़ ने 10-12 घरों में आग लगा दी थी, जिसमें 8 लोगों की मौत हो गई थी.
यह है पूरा मामला
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में टीएमसी नेता की हत्या के बाद भड़की हिंसा में एक उग्र भीड़ ने विरोधी गुट के खिलाफ हमला बोल दिया था. इस दौरान उपद्रवियों ने 10-12 घरों में आग लगा दी. हिंसा और आगजनी की इस घटना में 8 लोगों की जिंदा जल कर मौत की खबर है. अब तक 7 शव निकाले जा चुके हैं. पुलिस ने बताया कि हिंसा की यह वारदात सोमवार शाम से शुरू हुई. इस दौरान सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के पंचायत स्तर के स्थानीय नेता और उप प्रधान भादू शेख की आपराधिक तत्वों ने बम मार कर हत्या कर दी थी. इसके बाद गुस्साई भीड़ ने इस पूरी वारदात को अंजाम दिया। अपने नेती की मौत से आक्रोशित भीड़ ने विरोधी पक्ष के घरों पर हमला बोल दिया.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया घटनास्थल का दौरा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) ने गुरुवार को बीरभूम जिले के हिंसा प्रभावित बोगतुई गांव (Violence-hit Birbhum District) पहुंची. जहां मंगलवार को कथित तौर पर कुछ मकानों में आग लगा दी गई थी, जिसमें आठ लोगों की जलकर मौत हो गई. ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह हमारी सरकार को बदनाम करने के लिए भाजपा, वाम दलों और कांग्रेस की कोशिश है. इसके साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि बीरभूम की घटना के लिए जिम्मेदार सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से संबंध रखते हों. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने थाना प्रभारी, उप विभागीय पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को हटा दिया है. पुलिस महानिदेशक कल से ही जिले में डेरा डाले हुए हैं. मुख्यमंत्री ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान यह भी कहा कि उन्हें जिले का अपना दौरा एक दिन के लिए स्थगित करना पड़ा था, क्योंकि वहां पहले से जुटे हुए अन्य राजनीतिक दलों के साथ वह उलझना नहीं चाहती थीं. विपक्षी भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता घटनास्थल पर जाते समय ‘लंगचा’ (पड़ोसी बर्दवान जिले के शक्तिगढ़ क्षेत्र में बनने वाली मिठाई) का स्वाद लेने के लिए रुक गए.
HIGHLIGHTS
- NHRC अध्यक्ष जस्टिस अरुण मिश्रा ने घटना का स्वत लिया संज्ञान
- एनएचआरसी की टीम करेगी पश्चिम बंगाल के बीरभूमि हिंसा की जांच
- स्थानीय नेता की हत्या से भड़की भीड़ ने 10-12 घरों में लगा दी थी आग
Source : News Nation Bureau