कोविड-19 महामारी के कारण जब पूरी दुनिया स्वास्थ्य संकट से गुजर रही है, ऐसे में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने छठे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर रविवार को योग का अभ्यास करने का सुझाव दिया और कहा कि 'यह शरीर को फिट रखने में और मन को शांत रखने मदद कर सकता है.' योग के महत्व का उल्लेख करते हुए कोविंद ने कहा कि प्राचीन योग विज्ञान मानवता को भारत का अमूल्य उपहार है.
राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, 'मुझे प्रसन्नता है कि अधिकाधिक लोग योग को जीवन में अपना रहे हैं. संघर्ष व तनाव के बीच विशेष रूप से कोविड-19 के इस दौर में, शरीर को स्वस्थ व मन को शांत रखने में योगाभ्यास सहायक सिद्ध होगा. साल 2015 से 21 जून को हर साल योग का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है. योग की उत्पत्ति भारत में हुई, यह शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक व्यायाम है.
इससे पहले पीएम मोदी ने योग दिवस पर कहा कि , कोरोना संकट के दौरान योग सेहत के लिए जरूरी है. पीएम मोदी ने कहा, छठे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की आप सभी को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं. अंतर्राष्ट्रीययोगदिवस का ये दिन एकजुटता का दिन है. ये विश्व बंधुत्व के संदेश का दिन है.
पीएम मोदी ने कहा, बच्चे, बड़े, युवा, परिवार के बुजुर्ग, सभी जब एक साथ योग के माध्यम से जुडते हैं, तो पूरे घर में एक ऊर्जा का संचार होता है. इसलिए, इस बार का योग दिवस, भावनात्मक योग का भी दिन है, हमारी Family Bonding को भी बढ़ाने का दिन है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, COVID-19 वायरस खासतौर पर हमारे श्वसन तंत्र, यानि कि respiratory system पर attack करता है. हमारे Respiratory system को strong करने में जिससे सबसे ज्यादा मदद मिलती है वो है प्राणायाम, यानि कि breathing exercise.
योग दिवस पर उन्होंने कहा, आप प्राणायाम को अपने प्रतिदिन के अभ्यास में जरूर शामिल करिए, और अनुलोम-विलोम के साथ साथ दूसरी प्राणायाम techniques को भी सीखिए और उनको सिद्ध कीजिये. पीएम मोदी ने कहा, स्वामी विवेकानंद कहते थे- एक आदर्श व्यक्ति वो है जो नितांत निर्जन में भी क्रियाशील रहता है और अत्यधिक गतिशीलता में भी सम्पूर्ण शांति का अनुभव करता है'. किसी भी व्यक्ति के लिए ये एक बहुत बड़ी क्षमता होती है.
याम है.
Source : News Nation Bureau