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जम्मू में मंदिरों पर आतंकी हमले की बड़ी साजिश, हाई अलर्ट जारी

आतंकवादी संगठन 5 अगस्त और 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जम्मू में मंदिरों को निशाना बनाने का प्रयास कर सकते हैं.

Updated on: 30 Jul 2021, 12:32 PM

highlights

  • पाक पोषित और समर्थित आतंकी संगठन रच रहे हमलों की साजिश
  • निशाने पर जम्मू के प्रसिद्ध मंदिर ताकि बिगड़ सके सांप्रदायिक सौहार्द्र
  • 5 और 15 अगस्त को साजिश के लिए चुना, मिला खुफिया इनपुट

नई दिल्ली:

सीमा पार से लगातार ड्रोन (Drone Attack) के जरिये आतंक फैलाने में लगे पाकिस्तान (Pakistan) पोषित आतंकी संगठन भारत में बड़ी आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में भी हैं. खुफिया सूत्रों को मिली जानकारी के मुकाबिक जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा भारत में सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए मंदिरों पर हमले की योजना बना रहे हैं. खुफिया को मिले इस इनपुट के बाद जम्मू (Jammu) में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. इसके तहत पूरे शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. गौरतलब है कि जम्मू में रघुनाथ मंदिर, बावे लाली माता सहित सैकड़ों प्राचीन मंदिर हैं और रघुनाथ मंदिर पर पहले भी आतंकी हमला हो चुका है.

5 और 15 अगस्त को कर सकते हैं आतंकी हमला
इंडिया टुडे की वेबसाइट में प्रकाशित खबर में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि आतंकवादी संगठन 5 अगस्त और 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जम्मू में मंदिरों को निशाना बनाने का प्रयास कर सकते हैं. गौरतलब है कि 5 अगस्त अनुच्छेद 370 के खात्मे की दूसरी वर्षगांठ है और आतंकी संगठन इस मौके पर भारत को दहलाने की फिराक में हैं. सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि ड्रोन द्वारा आईईडी गिराए जाने की हाल की कुछ घटनाओं ने इशारा किया है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जम्मू में मंदिरों के पास भीड़-भाड़ वाली जगहों पर बड़ा धमाका करने की कोशिश कर रहे हैं.

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आतंकी साजिश के तीन प्रयास नाकाम किए गए
नॉर्थ ब्लॉक यानी रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इंडिया टुडे को बताया कि बीते दिनों आतंकी साजिश के कम से कम तीन पिछले प्रयासों को नाकाम कर दिया गया है. एक अन्य अधिकारी ने कहा कि ड्रोन का इस्तेमाल आईईडी लाने के लिए किया गया है ताकि घाटी में मौजूद उनके आतंकी उन्हें लगा सके और हमले को अंजाम दे सके. हाल ही 23 जुलाई को जम्मू और कश्मीर के कनाचक इलाके में एक ड्रोन को मार गिराया गया था. इस ड्रोन से पांच किलोग्राम विस्फोटक बरामद किए गए थे. इसके अलावा फरवरी में जम्मू शहर के व्यस्त बस स्टैंड के पास सात किलो का एक आईईडी बरामद किया गया था. 

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लश्कर के कमांडर ने भी किया नापाक साजिश का खुलासा
आतंकी साजिशों का पता इस बात से भी लगता है कि बीते 27 जून को जम्मू वायु सेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में एक ड्रोन द्वारा विस्फोट किया गया था. इसके अगले ही दिन कश्मीर में सुरक्षाबलों और नागरिकों पर कई हमलों में शामिल रहे लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर नदीम अबरार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. सुरक्षाबलों ने उसके कब्जे से पिस्टल और एक ग्रेनेड बरामद किया था. उससे पूछताछ के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस को जम्मू में प्रसिद्ध रघुनाथ मंदिर पर संभावित आतंकी हमले की जानकारी मिली, जिसके बाद  पुलिस को अलर्ट जारी करना पड़ा.