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खुफिया विभाग का अलर्ट, अमित शाह और अन्य मंत्रियों के आवास को निशाना बना सकते हैं प्रदर्शनकारी

केंद्रीय खुफिया एजेंसियों द्वारा अलर्ट जारी किए जाने के बाद गृहमंत्री अमित शाह और अन्य केंद्रीय मंत्रियों के आवासों के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों की संख्या सोमवार को बढ़ा दी गई है.

Updated on: 16 Dec 2019, 05:51 PM

नई दिल्ली:

केंद्रीय खुफिया एजेंसियों द्वारा अलर्ट जारी किए जाने के बाद गृहमंत्री अमित शाह और अन्य केंद्रीय मंत्रियों के आवासों के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों की संख्या सोमवार को बढ़ा दी गई है. खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट किया है कि शाह व अन्य नेताओं के आवास नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के निशाने पर हैं.

अलर्ट में कहा गया है, "मौजूदा स्थिति के मद्देनजर प्रदर्शनकारी केंद्रीय मंत्रियों के निवास के साथ-साथ कार्यालय में भी प्रदर्शन के लिए जा सकते हैं." अलर्ट ने यह भी बताया कि प्रदर्शनकारी विजय चौक और इंडिया गेट पर विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं. अलर्ट में कहा गया है, "वे विजय चौक, संसद मार्ग, इंडिया गेट के साथ ही पुराने व नए पुलिस मुख्यालय और गृहमंत्री (अमित शाह) के आवास पर भी जा सकते हैं." अलर्ट को दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक के साथ साझा किया गया है, जिसके बाद मंत्रियों के आवासों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.

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पुलिस आयुक्त ने कहा, "सुरक्षा बलों और स्थानीय पुलिसकर्मियों को तत्काल नई दिल्ली जिले में तैनात करने की आवश्यकता है." पटनायक ने यह भी कहा कि पीसीआर वैन के साथ-साथ नई दिल्ली जिला त्वरित प्रतिक्रिया दल को और अधिक सतर्क रहना चाहिए. उन्होंने कहा, "मेट्रो स्टेशनों के आसपास सुरक्षाकर्मियों की बेहतर ढंग से तैनाती बहुत जरूरी है."

यह भी बताया गया कि गलत समाचार और वीडियो की जांच के लिए सोशल मीडिया पर लगातार निगरानी रखी जानी चाहिए. अलर्ट में कहा गया है, "स्थानीय पुलिस, महिला पुलिसकर्मियों, यातायात पुलिस, सुरक्षाबल और पुलिस नियंत्रण कक्ष सहित सभी को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त व्यवस्था करनी चाहिए."

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उल्लेखनीय है कि जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में रविवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों व अन्य लोगों के साथ पुलिस की झड़प हुई थी. प्रदर्शन के दौरान जामिया के आसपास के क्षेत्रों में बसों और वाहनों को आग लगा दी गई थी. स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे, जिससे कई लोग घायल हो गए थे.