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वॉरशिप ‘INS चेन्नई’ नेवी में हुआ शामिल
विशेष सुरक्षा कवच से लैस देश का पहला जंगी जहाज 'आईएनएस चेन्नई' सोमवार को भारतीय नौसेना में शामिल हो गया। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने मझगांव डाकयॉर्ड में 60 फीसद स्वदेशी बनावट वाले इस वॉरशिप को देश को सौंप दिया।
इस जंगी जहाज के सेना में शामिल होने के बाद भारत की समुद्री ताकत बढ़ जाएगी। ‘कवच’ चैफ डिकोय सिस्टम से लैस यह वॉरशिप दुश्मन के राडार को चकमा देने में माहिर है। यह जहाज अपने साथ दो हेलिकाप्टर भी ढो सकता है।
Mumbai: INS Chennai commissioned into Navy pic.twitter.com/VOYEIa77UC
— ANI (@ANI_news) November 21, 2016
कोलकाता श्रेणी (परियोजना-15-ए) के तहत बनने वाले तीन जंगी जहाज में से यह आखिरी जहाज है। इससे पहले कोलकाता सीरीज का ‘आईएनएस कोलकाता’ 16 अगस्त 2014 में और ‘आईएनएस कोच्चि’ 30 सितंबर 2015 में नेवी में शामिल हो चुके हैं।
क्या है वॉरशिप की खासियतः
- मुंबई के माझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड में 2006 में इसे बनाना शुरू किया गया था।
- इसमें ‘चैफ डिकोय’ नामक विशेष कवच सिस्टम लगाया गया है जो दुश्मनों के रडार को चकमा देगी।
- यह सुपरसोनिक सतह से सतह पर मार करने वाली ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल से लैस है।
- इसकी लंबाई करीब 164 मीटर व वजन ले जाने की क्षमका करीब 7500 टन है।
- डायरेक्टोरेट ऑफ नेवल डिजाइन ने इसका डिजाइन तैयार किया है।
- समुद्र में रफ्तार 60 किलोमीटर प्रतिघंटा है।